कमल कुमार
रांची: Indian Cyber Crime Coordination Centre, Ministry of Home Affairs, Government of India की तरफ से सीआईडी के क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड से बचाव को लेकर आयोजित ट्रेनिंग सेंटर में आए ACP जितेंद्र सिंह ने 22 स्कोप से खास बातचीत में कहा की। क्रिप्टोकरंसी के माध्यम से फ्रॉडनए ट्रेंड के रूप में सामने आया है। वहीं साइबर क्राइम की रोकथाम को लेकर के बैंकिंग सेक्टर,टेलीकॉम सेक्टर,आईटी सेक्टर समेत अन्य सेक्टर पर अलग-अलग फ्रंट पर काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि लोग क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से पैसे का ट्रांजैक्शन कर रहे हैं। इसका दुरुपयोग भी किया जा रहा है। इसके बारे में पुलिस ऑफिसर्स को जानकारी होनी जरूरी है। इसको लेकर ऑफिसर्स को ट्रेनिंग दे जा रही है। ताकि इससे किए गए फ्रॉड के खुलासे में काम हो सके।
देश में झारखंड के कई जिले का नाम साइबर फ्रॉड को लेकर आता है।इसको लेकर उन्होंने कहा कि साइबर फ्रॉड के खिलाफ झारखंड पुलिस का काम बेहतरीन है। झारखंड की पुलिस हर तरह से सक्षम है। सीआईडी रांची ने कई सफलता भी हासिल की है। नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर केस के उद्वेदन में बेहतरीन काम किया है। अरेस्टिंग भी किए गए है।
उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन निकला जा रहा है। खासकर झारखंड के जामताड़ा समेत अन्य जिलों में जहां छोटे-छोटे हॉटस्पॉट बन रहे हैं। उनको अलग-अलग तरीके से डील किया जा रहा है।
उन्होंने जनता को सलाह दी कि वह जागरूक रहे हैं। गलत ट्रैप में ना पड़े खासकर सोशल मीडिया हैंडल्स में एडवर्टाइजमेंट पर ज्यादा ध्यान ना दें। एसएमएस पर जो एडवर्टाइजमेंट आता है। उस पर भी ध्यान ना दे। गूगल पर जो भी नंबर अवेलेबल है। उसको ध्यान से चेक करें।तब ही उसका इस्तेमाल करें। कोई ओटीपी शेयर नहीं करें।ताकि साइबर फ्रॉड से बचा जा सके।