जनार्दन सिंह की रिपोर्ट
डिजीटल डेस्क : Action – वाराणसी में बेसमेंट में चल रहे 13 कोचिंग इंस्टीट्यूट सील, हड़कंप। देश की राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र बिहार में राव कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट पानी भरने से तीन विद्यार्थियों की हुई मौत के बाद से यूपी सरकार अलर्ट मोड में है। शासन के आदेश पर फौरन एक्शन में आते हुए प्रशासन ने बिहार और पूर्वी यूपी यानी पूर्वांचल के कोचिंग हब कहे जाने वाले वाराणसी में ऐहतियाती कार्रवाई शुरू कर दी है। पूर्वांचल और बिहार व झारखंड के विद्यार्थियों में कोचिंग का क्रेज रखने वाले जेआरएस कोचिंग भी इस कार्रवाई की जद में आए। वाराणसी प्रशासन ने अपनी शुरूआती भौतिक सत्यापन वाले जांच में दुर्गाकुंड इलाके के जेआरएस समेत कुल 13 कोचिंग इंस्टीट्यूटों को बेसमेंट में संचालित होते हुए पाया और उसके लिए जरूरी दस्तावेज जांच के दौरान न मिलने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया।
कोचिंग हब वाले दुर्गाकुंड इलाके में हुई सघन कार्रवाई, 19 बेसमेंट मालिकों को नोटिस
वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) ने इस विशेष जांच अभियान के क्रम में वाराणसी शहर में 45 स्थानों के बेसमेंट की जांच की। इस दौरान बिना अनुमति बेसमेंट का गलत इस्तेमाल होने पर 14 बेसमेंट को सील कर दिया गया जिसमें से अकेले कोचिंग इंस्टीट्यूट वाले ही 13 बेसमेंट हैं। इसके अलावा 19 बेसमेंट के मालिकों को 3 दिनों में अनाधिकृत इस्तेमाल बंद कर वैधता प्रमाण पत्र पेश करने का नोटिस थमा दिया गया है। शेष 12 बेसमेंट में प्रयोगकर्ता को पार्किंग व्यवस्था सुधारने की चेतावनी दी गई है। वीडीए सचिव डॉ. वेद प्रकाश मिश्रा ने दुर्गाकुंड स्थित कई कोचिंग संस्थाओं पर छापेमारी की। सूचना मिलते ही कोचिंग संचालकों में हड़कंप मच गया। कागजात न दिखाने पर उन्होंने कोचिंग के बेसमेंट को सील कर दिया। कहा कि बेसमेंट का इस्तेमाल पार्किंग या स्टोर रूम के लिए होता है। यदि नियम विरुद्ध कुछ भी संचालित होगा तो कार्रवाई तय है। वीडीए ने स्पष्ट कर दिया है कि जिन-जिन संस्थानों में सीलिंग की कार्रवाई हुई है, उनमें यदि कोई सील तोड़कर इस्तेमाल शुरू करेगा तो एफआईआर दर्ज कराते हुए समुचित विधिक कार्रवाई होगी। साथ ही यह भी जांचा जाएगा कि आवासीय नक्शा पास कर किसी भवन का व्यवसायिक इस्तेमाल तो नहीं किया जा रहा है।
जेआरएस का हाल देख हैरत में रहे प्रशासनिक अधिकारी, विरोध करने पर जमकर हड़काया
कार्रवाई के दौरान कुछ संचालकों ने विरोध करने का प्रयास किया लेकिन वीडीए के सख्ती के आगे एक नहीं चली। विरोध कर सरकारी कार्रवाई में बाधा पहुंचाने की कोशिश में जुटे कोचिंग संचालकों को प्रशासनिक अधिकारियों ने दो टूक लहजे में चेताया कि दोबारा बेसमेंट में कोचिंग संचालन होते हुए मिलने पर वार्ता नहीं सीधे हवालात में डालने की कार्रवाई होगी और उसके बाद केस दर्ज करते हुए पूरे मामले की विधिक सुनवाई की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इसके बाद विरोध कर रहे कोचिंग संचालक ठिठके और प्रशासनिक टीम ने अपनी कार्रवाई शुरू की। दुर्गाकुंड क्षेत्र में जीआरएस कोचिंग में बेसमेंट चल रही कक्षाओं व लाइब्रेरी की देखकर टीम हैरान हो गई। वीडियो बनाने के बाद अंदर से बच्चों को बाहर निकालकर सील कर दिया। टीम ने बगल के बेसमेंट में चल रही माई क्लासेज रूम कोचिंग को भी सील कर दिया।
बेसमेंट में क्लासेज के खिलाफ चले अभियान से मची अफरातफरी
वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग की अगुवाई में वीडीए के बेसमेंट का गलत इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ चले अभियान में शिवम इंस्टीट्यूट, आकांक्षा सेल्फ स्टडी लाइब्रेरी, शुभम डिजिटल लाइब्रेरी (कोयराजपुर), एनआर इंस्टीट्यूट (बैजलपट्टी) के अवैध बेसमेंट को सील किया गया। इसके साथ ही वीडीए के जोन टू में एसएस ट्यूटोरियल महादेवनगर आशापुर सारनाथ, आशा अकादमी बलुआ रोड के अवैध बेसमेंट को सील किया गया जबकि इंटायर एजुकेशन तिलमापुर बलुआ रोड सारनाथ, आधार इंस्टीट्यूट आशापुर को नोटिस जारी किया गया। वीडीए को जोन फोर के अंतर्गत आने वाले दुर्गाकुंड भेलूपुर स्थित जेआरएस कोचिंग के अनाधिकृत बेसमेंट को सील किया गया। रक्षक अकादमी दुर्गाकुंड, डिजाइन कोचिंग दुर्गाकुंड, माई क्लासेस कबीरनगर के बेसमेंट को सील किया गया। जोन फाइव में पड़ने वाले प्रिवेल कोचिंग क्लासेस मुगलसराय के अनाधिकृत बेसमेंट को सील किया गया।

योगी के तेवर सख्त होते ही एक्शन में वाराणसी प्रशासन, कार्रवाई शुरू
दिल्ली में कोचिंग के बेसमेंट की लाइब्रेरी में हुए हादसे पर संज्ञान लेते हुए यूपी में सीएम योगी ने तुरंत सख्त तेवर अपनाया तो तुरंत संबंध में शासन स्तर पर बैठक कर कार्रवाई सुनिश्चित की गई। अपर मुख्य सचिव आवास एवं शहरी नियोजन नितिन रमेश गोकर्ण ने बेसमेंट में जलभराव से होने वाली दुर्घटनाओं को ध्यान में रखकर सावधानी बरतने का आदेश दिया है। इसके तहत बेसमेंट की जांच कर विधिक कार्रवाई और सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।इसके तहत जोनल अधिकारी, सहायक अभियंता और अवर अभियंता की टीम को पार्किंग वाले स्थान बेसमेंट के अन्य इस्तेमाल की जांच व निगरानी करने को कहा है। हर हाल में बेसमेंट का इस्तेमाल स्वीकृत मानचित्र के अनुसार हो। यदि मौके पर बेसमेंट का गलत इस्तेमाल करते हुए पाया जाए तो कार्रवाई की जाए। उसी क्रम में वाराणसी में आनन-फानन में वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने प्रवर्तन टीम को आदेश दिया कि हर जोन में जांच कर कार्रवाई करें और पास नक्शे की जांच कर तीन दिन के भीतर बेसमेंट का इस्तेमाल सही तरीके से कराएं। अंतिम अवसर देने के लिए उन्हें नोटिस थमाएं। तीन दिन में यदि कोई सुधार न हो तो तत्काल सील करें। बैठक में सचिव डॉ. वेद प्रकाश मिश्रा, अपर सचिव डॉ. गुडाकेश शर्मा, संयुक्त सचिव परमानंद यादव मौजूद रहे।
वाराणसी में 170 बेसमेंट में अवैध कोचिंग, लाइब्रेरी, अस्पताल आदि के कारोबार
पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मुख्य शहरी इलाके में 170 से अधिक भवनों के बेसमेंट में कोचिंग, स्कूल, अवैध लाइब्रेरी, क्लासरूम, कैंटीन, अस्पताल, पैथोलाजी, शोरूम, रेस्टोरेंट और दुकानें धड़ल्ले से चल रही हैं। इनमें कई भवनों के बेसमेंट में सीपेज और खुले तारों से करंट का खतरा मंडरा रहा है। ज्यादातर बेसमेंट में सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए गए हैं। यहां तक कि जोरदार बारिश के दौरान इसमें पानी भर जाता है। आग लगने की घटना से बचाव के लिए भी कोई उपकरण नहीं हैं। इन भवनों के बेसमेंट में आने-जाने का एक ही रास्ता है। आपातकालीन निकास नहीं है। बिजली के पैनल व तार खुले पड़े हैं। कई के पास फायर एनओसी तक नहीं है। शहर के बीचोंबीच ही नहीं बल्कि कई पॉश इलाकों का हाल यही है। अब सीएम योगी के सख्त तेवरों का संकेत मिलते ही वाराणसी में वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने कहा कि बेसमेंट का गलत इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। तीन दिन के भीतर यदि वे बेसमेंट का इस्तेमाल पार्किंग और स्टोर के लिए नहीं करेंगे तो बड़ी कार्रवाई होगी। पूर्व में जारी नोटिस के आधार पर भी कार्रवाई होगी। वीडीए की टीम महमूरगंज स्थित कैटजी और फीट जी कोचिंग पहुंची। यहां नोटिस जारी कर टीम रविंद्रपुरी स्थित रक्षक एकेडमी पहुंची, यहां बेसमेंट में कोचिंग चल रहा था। वीडीए ने इसे सील कर दिया। पास में ही चल रहे डिजाइन स्क्वायर कोचिंग सेंटर को भी सील कर दिया।