जमुई : जमुई में शुक्रवार को सिमुलतला आवासीय विद्यालय का निरीक्षण करने जा रहे शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डाॅ. एस सिद्धार्थ ने झाझा प्रखंड क्षेत्र के रजला पंचायत में स्थित प्राथमिक विद्यालय औरेया में अचानक निरीक्षण करने के लिए रूक गए। जहां विद्यालय में स्कूली बच्चों को मध्याह्न भोजन करवाया जा रहा था। अपर मुख्य सचिव ने उसी दौरान स्कूली बच्चों को मिलने वाली मध्याह्न भोजन की गुणवता की जांच किया। बच्चों को भोजन में दिए गए चावल से भरी थाली को उठाकर चावल की जांच की।
साथ में मौजूद जिला शिक्षा पदाधिकारी राकेश कुमार से विद्यालय में रोस्टर के अनुसार, मीनू के बारे में पूछा गया। मीनू के अनुसार, शुक्रवार को स्कूली बच्चों को अंडा न मिलने के पूछे सवाल पर डीईओ ने कार्तिक मास में दीपावली और छठपूजा की बात का हवाला देते हुए बच्चों के द्वारा अंडा न खाने की बात बताया। बताते चलें कि कई स्कूलों में अंडा नहीं दिया जाता है तो कई स्कूलों में आधा अंडा दिया जाता है। कारण यह भी है कि मेनू के हिसाब से अंडा का दाम बढ़ जाने के कारण स्कूलों में अंडा नहीं दे पा रहे हैं। आज बड़े ही चालाकी से प्राचार्य एवं पदाधिकारी बच्च गए। दिपावली पर्व एवं कार्तिक मास होने के कारण खाना खा रहे बच्चों से पूछ नहीं पाए नहीं तो उसी समय सच्चाई पता चल जाती।
अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने विद्यालय में शिक्षकों की उपस्थिति और बच्चों के नामांकन सहित अन्य कई तरह की जानकारी भी लिया। विद्यालय में अचानक अपर मुख्य सचिव के पहुंचने से विद्यालय में शिक्षक-शिक्षिकाओं के बीच अचानक हड़कंप मच गया। विद्यालय का निरीक्षण करने के बाद अपर मुख्य सचिव जिलाधिकारी अभिलाषा शर्मा और अधीनस्थ अधिकारियों के साथ सिमुलतला के लिए रवाना हो गए।
शिक्षकों की पिटाई मामले पर ACS का संज्ञान
जमुई में शिक्षकों के साथ हुई पिटाई की घटना को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) डॉ. एस सिद्धार्थ ने मामले को गंभीरता से लिया है। हाल ही की घटनाओं के मद्देनजर आज वे खुद स्कूल पहुंचे, जहां उन्होंने पीड़ित शिक्षकों से मुलाकात की और उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली। इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को सुरक्षा और आश्वासन प्रदान करना था, ताकि वे निर्भीक होकर अपनी जिम्मेदारियां निभा सकें।
स्कूल निरीक्षण और शिक्षकों के प्रति भरोसा जताया
डॉ. एस सिद्धार्थ ने सिमुलतला आवासीय विद्यालय और उच्च विद्यालय का निरीक्षण किया और शिक्षकों को स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है। इस दौरान शिक्षकों ने हाथ जोड़कर अपनी सुरक्षा के प्रति चिंता जताई और कहा कि सर, मुझे बचा लीजिए। यहां गुंडे बहुत हैं। एसीएस ने शिक्षकों की इस चिंता को गंभीरता से लिया और कहा कि सुरक्षा के सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

जमुई एसपी का सख्त निर्देश और सुरक्षा का वादा
शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर जमुई के पुलिस अधीक्षक ने सख्त निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि किसी भी शिक्षक को डरने की जरूरत नहीं है, और प्रशासन पूरी तरह से उनकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आश्वासन दिया कि स्कूल के आसपास पुलिस की तैनाती की जाएगी ताकि शिक्षक निडर होकर बच्चों को शिक्षा प्रदान कर सकें। एसपी ने यह भी बताया कि शिक्षकों के साथ मारपीट करने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है और जल्द ही उन्हें हिरासत में लिया जाएगा।
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डीएम का आश्वासन और प्रशासन का सुरक्षा वादा
जमुई के जिलाधिकारी ने भी शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि उनकी सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को कोई परेशानी नहीं होगी और प्रशासन हमेशा उनकी रक्षा में तत्पर रहेगा। डीएम ने सभी शिक्षकों से अपील की कि वे अपने कर्तव्यों का पालन निर्भीक होकर करें और किसी भी समस्या का सामना करने के लिए प्रशासन उनके साथ है।

शिक्षा व्यवस्था और सुरक्षा सुनिश्चित करने की पहल
इस घटना के बाद प्रशासन ने शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। जमुई के शिक्षण संस्थानों में पुलिस की उपस्थिति बढ़ाई जाएगी, ताकि कोई भी शिक्षक असुरक्षित महसूस न करे। डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि शिक्षा विभाग और प्रशासन उनके साथ मजबूती से खड़ा है, और इस तरह की घटनाओं को दोबारा नहीं होने दिया जाएगा।
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ब्रह्मदेव प्रसाद यादव की रिपोर्ट
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