Advertisment
Monday, October 6, 2025

Latest News

Related Posts

इस पड़ोसी देश के बॉर्डर को प्रशासन ने किया सील, जानिए वजह

नेपाल में 13 मई को निकाय चुनाव, बॉर्डर पर बढ़ी सुरक्षा

मोतिहारी : इस पड़ोसी देश के बॉर्डर को प्रशासन ने किया सील- पड़ोसी देश

नेपाल में आगामी 13 मई को होने वाले निकाय चुनाव को लेकर बॉर्डर को सील कर दिया गया है.

चुनाव के मद्देनजर बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. आवागमन पूर्णतः ठप हो गया है.

भारत-नेपाल से लगने वाली पूर्वी चंपारण जिला की रक्सौल बॉर्डर समेत

सभी एग्जिट और इंट्री प्वाईंट पर बॉर्डर की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों के अलावा पुलिस को भी लगाया गया है.

72 घंटे के लिए भारत नेपाल बॉर्डर सील

नेपाल के गृह मंत्रालय के निर्देश पर 10 मई की आधी रात से लेकर 13 मई की आधी रात तक 72 घंटे के लिए भारत नेपाल बॉर्डर सील रहेगा. भारत की ओर से भी नेपाल में होने वाले चुनाव को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है. वहीं भारतीय सुरक्षा एजेंसियां को नेपाल के सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में है.

india nepal border1 22Scope News

सुरक्षा एजेंसियों को दिए गए कई निर्देश

पूर्वी चंपारण के डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि इंडो-नेपाल बॉर्डर समन्वय समिति की बैठक में नेपाल में होने वाले चुनाव को लेकर दोनों देशों के तरफ से बॉर्डर सील करने का निर्णय लिया गया. जिसको लेकर एसएसबी, कस्टम और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को कई निर्देश दिए जा चुके हैं. साथ ही सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट रहने को कहा गया है, ताकि पड़ोसी देश नेपाल में हो रहे स्थानीय निकाय का चुनाव पारदर्शी और शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो सें.

नेपाल के सभी 77 जिला में स्थानीय निकाय का चुनाव

बतादें कि पड़ोसी देश नेपाल के सभी 77 जिला में स्थानीय निकाय का चुनाव आगामी 13 मई को होना है. जिसके लिए चुनाव प्रचार का शोर थम गया है. चुनाव को लेकर पूर्वी चंपारण जिला से लगने वाली सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सीमा पर दोनों देशों के सुरक्षाकर्मियों ने आपसी सामंजस्य के साथ निगरानी और गश्त तेज कर दी है. विशेष परिस्थिति में केवल मरीजों के लिए एम्बूलेंस को ही सीमा से आवाजाही की अनुमति रहेगी.

सीवान में वाहन चेकिंग के नाम पर वसूली का ‘खेल’, वीडियो वायरल

रिपोर्ट: ब्रजेश झा

Loading Live TV...
146,000FansLike
25,000FollowersFollow
628FollowersFollow
632,000SubscribersSubscribe