Jhariya– झरिया अंचलाधिकारी प्रमेश कुशवाहा और कारिन्दों ने घनघोर अन्धरी रात में फुटपाथ पर सो रहे लोगों के बीच कंबल बांट एक बेहद मानवीय पहल की शुरुआत की है.
यह कंबल दिन के उजाले में भी बांटा जा सकता था, लेकिन तब सारी सावधानियों के बाद भी इसमें घपले की आशंका बनी रहती. दिन के उजाले में कंबल के बांटने के अपने खतरे है. जरुरतमंद और गैर जरुरतमंदों की पहचान एक समस्या है. इसकी तोड़ निकाली अंचलाधिकारी प्रमेश कुशवाहा ने और ठंड से हाड़ कांपती घोर अंधेरी रात में चल पड़े अपने कर्मियों के साथ फुटपाथ की ओर.
प्रमेश कुशवाहा ने इसकी शुरुआत धर्म साला रोड पर फुटपाथ पर सो रहे लोगों के बीच कंबल बांट कर की, उसके बाद झरिया पोदरपाड़ होते हुए जोरापोखर थाना और मोहनबाजर तक रोड किनारे सो रहे लोगों के बीच कंबल बांट गया, सर्दी के इस शुरुआती दौर में ही जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है. खास कर गरीब असहाय मजदूर वर्ग के जो फुटपाथ पर ही अपना जीवन गुजर-बसर करते हैं , इनके पास न तो पहनने के लिए गरम कपड़े होते हैऔर न ही ओढ़ने के लिए रजाई.
सीओ प्रमेश कुशवाहा ने बताया कि गरीब, असहाय लोगों को बढ़ती ठंड से बचाव के लिए जगह-जगह कंबल वितरण किया जा रहा है और जल्द ही धनबाद के उच्च अधिकारियों से मिलकर रैनबसेरा का भी प्रबंध करवाया जाएगा.