बाघमाराः धनबाद जिले के बाघमारा में दलाल (भू-माफियो) काफी सक्रीय हो गए हैं। ईस्ट बांसुरिया थाना अंतर्गत रंगुनी पंचायत क्षेत्र के रंगुनी बस्ती स्थित सरकारी इमली तालाब पर अब दलालों का नजर है। चूंकि सरकारी इमली तालाब साढ़े आठ एकड़ जमीन में फैला हुआ है।
सीओ के आदेश पर जमीन की मापी हुई थी
पहले भी सरकारी इमली तालाब का अतिक्रमण करने का विरोध ग्रामीणों ने किया गया था। जिसके आलोक में बाघमारा सीओ के आदेश पर जमीन का नापी किया गया था। जिसके बाद भूमाफियों काम बंद कर दिया था। एक बार फिर भूमाफिया सक्रिय दिख रहे है और मिट्टी गिरा कर रास्ता बना रहे हैं।
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प्लॉटिंग कर जमीन बेचने का प्रयास किया जा रहा है। रात के अंधेरे में काम हो रहा है। कुछ संदिग्ध और कुछ का नाम सत्यापन होने के बाद सभी लोगों पर नामजद एफआईआर किया जायेगा। मनोहर महतो ने चेतावनी देते हुए कहा कि भूमाफिया रात के अंधेरे में काम कर रहे हैं। दम है तो दिन के उजाले में काम कर के दिखाए। मशीन गाड़ी सब जप्त हो जायेगा।
फर्जी कागजात दिखाकर जमीन बेच दे रहे हैं दलाल
वहीं रंगुनी बस्ती के एक महिला ने विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि पहले भी भूमाफिया सक्रिय था जो रैयती जमीन का खाता, प्लॉट नंबर दिखा कर सरकारी जमीन लोगों को थमाने का काम कर रहा है। बाघमारा सीओ के आदेश पर जमीन की मापी हुई रिपोर्ट भी सौंपा गया फिर एक बार भूमाफिया ने काम चालू कर दिया है।
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इमली तालाब से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा के दौरान मूर्ति विसर्जन, यज्ञ के लिए कलश भरण, दशकर्म जैसे धार्मिक कार्य किया जाता है। इमली तालाब के अस्तित्व को मिटाने का जो कार्य हो रहा है उसका पुरजोर विरोध किया जायेगा।
पहले भी विरोध दर्ज किया गया था
सरकारी इमली तालाब के अस्तित्व बचाने को लेकर पहले भी पूर्व मुखिया ब्रह्मदेव यादव, जिला परिषद सदस्य के इसराफिल खान उर्फ लाला, पंचायत समिति सदस्य मनोहर महतो ने विरोध दर्ज किया था। जिसके बाद बाघमारा सीओ द्वारा जमीन की मापी आमीन द्वारा करवाया गया।
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सरकारी इमली तालाब के जमीन को बचाने और चिन्हित करने को लेकर तालाब के चारो ओर सरकारी तालाब का बोर्ड लगाना था। जिससे सरकारी तालाब की पहचान स्पष्ट हो सके। लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण बोर्ड नहीं लग सका और इसी लापरवाही का फायदा उठा कर एक बार फिर भूमाफिया सक्रिय हो गया है।