हजारीबागः एक ओर जहां देश की वर्तमान युवा वर्ग साहित्य, काव्य और लेखन के क्षेत्र से दूर होकर अपना पूरा समय सोशल मीडिया और अन्य मनोरंजन के साधन में खपा रहे हैं वहीं उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय मुख्यालय जिला हजारीबाग के नवोदित युवक-युवतियां साहित्य, काव्य लेखन की ओर ना सिर्फ अपनी दिलचस्पी बढ़ा रहें हैं बल्कि अपने पढ़ाई के साथ लेखन क्षेत्र में भी अपना जलवा बखूबी बिखेर रहे हैं और हजारीबाग का नाम पूरे देश-दुनिया में रोशन कर रहे हैं।
सामाजिक एकता और परस्परता के साथ रोचक और भवनात्मकता से भरपूर कहानियां
हजारीबाग के दिपुगढ़ा स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की रहने वाली महज 18 वर्षीय एक युवती अंतरा भी ऐसा ही एक नाम है जिन्होंने अपनी पढ़ाई के साथ- साथ कठिन तपस्या, एकाग्रचिता, आत्मचिंतन और निरंतर अभ्यास के बदौलत लेखन के क्षेत्र में एक अलग स्थान स्थापित करने में कामयाबी प्राप्त की है। इन्होंने अंग्रेजी भाषा में “हार्मोनीज ऑफ़ एटरनिटी” नामक एक पुस्तक लिखी है। अंतरा झारखंड सशस्त्र पुलिस 07 में काम करने स्व. राजेश कुमार और ग्रहणी अनामिका सिंह की सुपुत्री हैं।
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अंतरा द्वारा लिखित पुस्तक “हार्मोनिज ऑफ़ एटरनिटी: टेल्स बियोंड टाइम” को दक्षिण भारत के बेहद लोकप्रिय प्रकाशन नोशन प्रेस द्वारा प्रकाशित किया गया है। यह पुस्तक अमेजॉन पर भी उपलब्ध है। युवा लेखिका अंतरा ने हजारीबाग के माउंट कार्मेल स्कूल से दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की और एलेन, कोटा से इंजीनियरिंग की तैयारी की। फिलहाल वे ऑस्ट्रेलिया के वालोंगोंग विश्वविद्यालय में कंप्यूटर साइंंस में इंजीनियरिंग स्नातक में प्रथम वर्ष की छात्र हैं।
छोटी उम्र में पिता को खो दिया
युवा लेखिका अंतरा के मुताबिक साल 2014 में एक सड़क दुर्घटना में उनके पिता का आकस्मिक निधन हो गया और वो बहुत खोई-खोई रहने लगी। तब उनके दादा और नाना अरिंजय कुमार सिंह कहानियां सुनाया करते थे फिर उनके भाई उत्कर्ष ने डायरी लिखने की सलाह दी। अंतरा का धीरे- धीरे लेखन कला में मन लगने लगा और फिर पहले छोटी- छोटी कविताएं लिखने लगी। अंतराल में उनका यह लेखन हॉबी के तौर पर बदलने लगा और अब 10 कहानियों से परिपूर्ण एक पुस्तक लिखकर वे युवा लेखिका बन गई हैं।
अंतरा द्वारा लिखित पुस्तक हार्मोनिज ऑफ़ एटरनिटी: टेल्स बियोंड टाइम
उनकी भावनाओं के चिंतन और वर्तमान समय में वास्तविकता को प्रदर्शित करते लघु कहानियों का एक संग्रह है। जिसमें सामाजिक एकता और परस्परता के साथ रोचक और भवनात्मकता के रोमांच का भरपूर एहसास कराकर एक अलौकिक और भावुक दुनिया का सैर कराते हुए जीवन में एक-दूसरे का साथ देने और आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करती है। वर्तमान वास्तविक जीवन की कल्पना से परिपूर्ण और रहस्यमई कहानियों का संग्रह लेखिका अंतरा की छोटे उम्र में बड़ी सोच को प्रदर्शित करती है।
अंतरा अपने भविष्य के लक्ष्य की ओर इंगित करते हुए बताती है कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर जॉब करना है लेकिन लिखने का यह सिलसिला अनवरत जारी रहेगा। वाकई अंतरा जैसी युवा वर्तमान समाज के लिए प्रेरणा का श्रोत हैं। संपूर्ण हजारीबाग को आप जैसे युवा मातृ शक्ति पर गर्व हो रहा है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि आपकी सृजनात्मक और लेखन क्षमता नितदिन प्रबल हो और इसी प्रकार आप अपनी अद्भुत लेखन कला के बदौलत हजारीबाग का नाम दुनिया में फैलाते रहे।
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