रांची/धनबाद: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में बढ़े आक्रोश के बीच झारखंड एटीएस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शनिवार को धनबाद से एक महिला सहित चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में अलीनगर (बैंक मोड़) निवासी गुलफाम हसन, भूली ओपी क्षेत्र के अमन सोसाइटी निवासी आयान जावेद, उसकी पत्नी शबनम परवीन और शहजाद शामिल हैं।
गिरफ्तारी के दौरान इनके पास से दो पिस्टल, 12 जिंदा कारतूस, मोबाइल फोन, लैपटॉप और प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से जुड़े दस्तावेज व किताबें बरामद की गई हैं। सभी के खिलाफ रांची एटीएस थाना में यूएपीए के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
हिज्ब-उत-तहरीर पर प्रतिबंध के बाद पहली एफआईआर
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 10 अक्टूबर 2024 को हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) संगठन को विधि विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम (UAPA) के तहत प्रतिबंधित किया था। प्रतिबंध के बाद देश में इस संगठन के खिलाफ दर्ज की गई यह पहली एफआईआर है। एटीएस को सूचना मिली थी कि हिज्ब-उत-तहरीर (HUT), अलकायदा इन इंडियन सब कॉन्टिनेंट (AQIS) और आईएसआईएस से जुड़े आतंकी तत्व झारखंड के युवाओं को गुमराह कर अपने नेटवर्क में शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
वासेपुर का नाम अब आतंकी गतिविधियों से भी जुड़ा
धनबाद का वासेपुर इलाका अब तक संगठित आपराधिक गतिविधियों के लिए बदनाम रहा है, लेकिन अब इस क्षेत्र का नाम आतंकी गतिविधियों से भी जुड़ गया है। एटीएस ने वासेपुर के शमशेर नगर से शबनम परवीन को गिरफ्तार किया है। फिलहाल एटीएस गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ कर यह पता लगाने में जुटी है कि इनके नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और नेटवर्क कहां-कहां फैला हुआ है।
रांची से भी पकड़े गए थे अलकायदा से जुड़े संदिग्ध
पिछले वर्ष अगस्त में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रांची से अलकायदा के संदिग्ध आतंकी डॉ. इश्तियाक समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया था। वे भी युवाओं को आतंकी संगठनों में भर्ती कराने के कार्य में सक्रिय थे।