Hazaribagh Breaking : पूर्व विधायक अम्बा प्रसाद ने प्रेस वार्ता कर राज्य सरकार और प्रशासन पर विस्थापितों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि झारखंड के स्थानीय और विस्थापित लोग भारी संकट से गुजर रहे हैं, लेकिन उनकी समस्याओं को सुनने और समाधान करने वाला कोई नहीं है।
राज्य के कुछ अधिकारी भी इन लोगों को परेशान कर रहे हैं
अम्बा प्रसाद ने कहा कि हजारीबाग में बिना किसी स्पष्ट नियम और पुनर्वास व्यवस्था के लोगों को जबरन घरों से हटाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के कुछ अधिकारी भी इन लोगों को परेशान कर रहे हैं, और कई बार तो मुख्यमंत्री के निर्देशों को भी नजरअंदाज किया जा रहा है।
अंबा ने खासतौर पर कंपनियों के प्रबंधन से अपील की कि वे अमानवीय कार्रवाई से बचें और विस्थापितों के साथ न्याय करें। राज्य की पुनर्वास नीति को केवल कागजों में नहीं, बल्कि धरातल पर उतारना होगा, ताकि पीड़ित ग्रामीणों को सम्मानजनक जीवन मिल सके।
Breaking : विस्थापितों की बात नहीं सुनने पर बड़ा जनांदोलन खड़ा किया जाएगा
अम्बा प्रसाद ने चेतावनी दी कि अगर विस्थापितों की बात अब भी नहीं सुनी गई, तो बड़ा जनांदोलन खड़ा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह विस्थापितों की पीड़ा को समझे और संवाद की प्रक्रिया शुरू करे, अन्यथा जनता खुद अपने हक की लड़ाई लड़ेगी।
पूर्व विधायक ने यह भी सवाल उठाया कि अगर अधिकारी मुख्यमंत्री की बात नहीं सुनते, तो आम जनता की आवाज कैसे सुनी जाएगी? लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन की शुरुआत करने का संकेत देते हुए कहा कि अब चुप रहने का वक्त नहीं, बल्कि संगठित होकर लड़ने का समय है।
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