बाबूलाल का सीधा सवाल- किसके राज्य में लालू और शिबू सोरेन गये जेल

रांची : पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

और महागठबंधन से जुड़े नेताओं से सवाल किया.

उन्होंने पूछा कि जनता जानना चाहती है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो

लालू प्रसाद यादव और पूर्व केंद्रीय कोयला मंत्री शिबू सोरेन किसके राज्य में जेल गये.

उस समय केंद्र और राज्य में किसकी सरकार थी. उस पर क्यों नहीं बोल रहे हैं.

बाबूलाल मरांडी: सरकार ने संवेदनहीनता का दिया परिचय

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि

हमने रचनात्मक रवैया अपनाया लेकिन सरकार ने संवेदनहीनता का परिचय दिया है.

जहाज से पत्थर को पार कराया जाता है. जबकि सूर्यास्त के बाद जहाज नहीं

चलाये जाने का प्रावधान है, लेकिन यहां चौबीसों घंटे ढूलाई का कार्य चलता रहा.

शुरू में ही अगर वह इन सभी मामलों पर संज्ञान लिए हुए रहते तो आज यह दिन नहीं देखना पड़ता.

दो बार पुलिस अधिकारी का ट्रांसफर भी होता है.

बिचौलिए और दलाल चला रही सरकार

उन्होंने कहा कि बिचौलिए और दलाल सरकार को चलाने का कार्य कर रही है. हमने आवाज पहले भी उठाया था, मुख्यमंत्री को संभल जाना चाहिए. जब सब लोग पकड़े जा रहे हैं, जेल जा रहे हैं, पूछताछ हो रही है, दलाल के घर में दो एके-47 मिलता है. मुख्यमंत्री से अधिक प्रभावशाली दलाल हैं. सत्ता को अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं. सरकार के विरोध में अगर कोई आवाज उठाता था तो उसे अलग-अलग केस में फंसा दिया जाता था. जो लोग सरकार को या डीसी को लिखकर के देते थे, कंप्लेनर को ही केस में फंसा दिया जाता था.

हेमंत सोरेन ईडी के समक्ष हो पेश

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आडवाणी जी पर जब करप्शन का आरोप लगा था तो वह भी जांच में सहयोग किए थे. हमने डेढ़ साल पहले मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था तो उस समय कार्रवाई क्यों नहीं हुई. आज उन्हें आदिवासी याद आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि विनम्र होकर हेमंत सोरेन जी को ईडी के समक्ष प्रस्तुत होना चाहिए. आज जिस तरीके से वो धमकी दे रहे है तो उन्हे ध्यान रहना चाहिये की वो एक संवैधानिक पद पर बैठे हैं. मुख्यमंत्री के कार्यकर्ताओं को चिन्हित करने की जरूरत नहीं है यह काम हम लोग कर देंगे.

बाबूलाल मरांडी: विशेष सत्र को लेकर भाजपा बनायेगी रणनीति

मीडिया कर्मियों से भी बाबूलाल ने कहा कि बीजेपी के द्वारा आगामी कार्यक्रम 7 नवंबर से सरकार के विरोध में आंदोलन करने वाले हैं. जब तक इस सरकार को धक्के मारकर बाहर नहीं कर देते, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे. 10 नवंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक होगी. झारखंड सरकार की तरफ से आहूत विशेष सत्र को लेकर भाजपा रणनीति तय करेगी. 5 नवंबर से झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिलेवार प्रदर्शन को लेकर कहा कि किसी ना किसी बहाने से जनता को यह पता चलना चाहिए कि इन लोगों ने किस तरीके से झारखंड को लूटा है. उन्होंने कहा कि जब तक इस सरकार को उखाड़ नहीं फेकेंगे तब तक आंदोलन चलता रहेगा.

रिपोर्ट: मदन सिंह

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