मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर पुलिस ने साइबर अपराध के मामले में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। दो अलग-अलग मोबाइल में एक ही आईएमआआई नंबर होने के शक पर मुजफ्फरपुर पुलिस ने गहनता से जांच शुरू किया। एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया जो मुजफ्फरपुर जिला के सरैयागंज टावर स्थित मोबाइल क्लीनिक नामक दुकान पर गुम या चोरी हुए मोबाइल या मोबाइल लॉक को तुड़वाने के लिए जाते थे। अपराधी यूक्रेन निर्मित पेंडुरा सॉफ्टवेयर के माध्यम से मोबाइल का आईएमआआई नंबर ही बदल देते थे। जो बिल्कुल गैर कानूनी है। इसके लिए ग्राहकों से दो हजार से पांच हजार रुपए लेते थे। ऐसा वह 80 से 90 मोबाइल के साथ कर चुके हैं।
पुलिस विभाग को मोबाइल को खोजने या ट्रैक करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। इस सॉफ्टवेयर को रांची से खरीदा गया था। गिरफ्तार अपराधी के पास से छह मोबाइल फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर सेट और डोंगल बरामद किया गया है।मुजफ्फरपुर के नगर पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी यूक्रेन निर्मित पेंडुरा सॉफ्टवेयर के माध्यम से मोबाइल का आईएमआआई बदल देते थे जो गैरकानूनी है। मोबाइल लॉक तुड़वाने के एवज में 2000 से 5000 तक रुपया लिया जाता था। मामले में शामिल अन्य अपराधी की तलाश के साथ-साथ पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
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संतोष कुमार की रिपोर्ट