Dhanbad– चंदनकियारी विधान सभा क्षेत्र से भाजपा विधायक और अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमर बाउरी ने जय भीम- जय भीम का नारा लगाने वाले राजनीतिक पार्टियों
और दलित कार्यकर्ताओं को फटकार लगायी है.
जय भीम का नारा लगाने वाले राजनीतिक पार्टियों को निशाने पर लेते हुए अमर बाउरी ने कहा है कि
यह नारा हमारी सामाजिक समरसता के खिलाफ और अव्यावहारिक है.
अमर बाउरी ने कहा कि इस नारे से यह परिलक्षित होता है कि एक वर्ग शासक है, जबकि दूसरा शोषित.
लेकिन सच्चाई यह है कि हमारे समाज में छुआछूत की भावना मुस्लिम शासकों के द्वारा फैलायी गयी,
मुस्लिम शासकों ने हम पर राज किया और हमारे साथ छुआछूत.
उनके द्वारा अपनी नाली- गली साफ करवाने के लिए दलित जातियों का उपयोग किया गया.
जिन लोगों के द्वारा दलितों पर अत्याचार किया गया वही लोग अब हमारा हितैषी बनने का ढोंग कर रहे हैं.
संत रैदास पर बनाया गया था धर्म परिवर्तन का दवाब- अमर बाउरी
अमर बाउरी ने दावा कि संत रैदास पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया गया ताकि भारतीय समाज से सामाजिक समरसता को खत्म किया जा सके.
यहां बता दें कि भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के 3 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के पहले दिन मीडिया को संबोधित कर रहे थें.
उन्होंने देश विभाजन के वक्त पाकिस्तान जाकर विधि मंत्री बनने वाले योगेंद्र मंडल का उदाहरण देते हुए
जय भीम एवं जय मीम के नारे के पीछे की खौफनाक सच्चाई है.
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