पटना: एक तरफ BPSC Exam के अभ्यर्थी 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा के अभ्यर्थी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर पिछले दस दिनों से धरना प्रदर्शन पर अड़े हुए हैं तो दूसरी तरफ बीपीएससी भी अपनी बातों पर अड़ा हुआ है। मामले में पत्रकारों से बात करते हुए बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक सह अपर सचिव राजेश कुमार सिंह ने बड़ा बयान दिया है और कहा कि बीपीएससी किसी भी हालत में परीक्षा रद्द नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि बीपीएससी कोई भी फैसला ऐसे ही नहीं लेता है बल्कि जिला प्रशासन और परीक्षा केंद्र के अधीक्षक के रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लेता है।
बीपीएससी के 70वीं संयुक्त परीक्षा मामले में एक परीक्षा केंद्र को छोड़ कर दूसरे किसी भी परीक्षा केंद्र से हमारे पास कोई साक्ष्य अभी तक नहीं मिला है। रिपोर्ट के आधार पर हमने एक परीक्षा केंद्र का परीक्षा रद्द किया और उसके छात्रों की परीक्षा लेने की तैयारी में जुटे हुए हैं। उन्होंने सीधे शब्दों में कहा कि हमलोग के सामने इस धरना दे रहे अभ्यर्थियों की मांग से जुड़ा कोई मामला विचाराधीन नहीं है।
बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि 13 दिसंबर को राज्य के 912 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा ली गई थी जिसमें से केवल एक परीक्षा केंद्र पर से गड़बड़ी की जानकारी मिली जहां दुबारा परीक्षा ली जा रही है और हमलोग परीक्षा की तैयारी में लगे हुए हैं। परीक्षार्थी 2 दिसंबर से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
बीपीएससी परीक्षा के विरोध प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि अलग अलग तरह के आरोप लगाये जा रहे हैं लेकिन कोई भी हमारे पास साक्ष्य ले कर नहीं आ रहे हैं। अगर हमारे समक्ष किसी भी तरह के साक्ष्य प्रस्तुत किया जाता है तो निश्चित रूप से हमलोग परीक्षार्थियों के हित में निर्णय लेंगे। वहीं गर्दनीबाग धरनास्थल पर छात्रों के प्रदर्शन को लेकर परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि कम से कम तीन लाख अभ्यर्थी ऐसे हैं जो बीपीएससी की मेंस परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए हैं और गर्दनीबाग में करीब हजार दो हजार अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं तो हम किसकी तरफ देखें। तीन लाख या फिर दो हजार।
वहीं बीपीएससी परीक्षा रद्द नहीं किये जाने के मामले किसी प्रकार के दबाव के सवाल पर परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि बिल्कुल हमारे ऊपर परीक्षा रद्द करने का दबाव लगातार बनाया जा रहा है लेकिन हम ऐसे ही दबाव में आ कर निर्णय नहीं ले सकते। बीपीएससी एक संस्था है जिसके ऊपर हजारों छात्रों के भविष्य की जिम्मेवारी है ऐसे में हैं गड़बड़ी के साक्ष्य के बगैर कोई भी निर्णय नहीं ले सकते।
बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक ने पटना के कुछ कोचिंग संस्थानों पर भी अभ्यर्थियों को भड़काने का आरोप लगाया और कहा कि जो लोग अभ्यर्थियों के धरना या प्रदर्शन का समर्थन कर रहे हैं वे लोग उन्हें यह भी बताएं कि बीपीएससी एक प्रतिबंधित क्षेत्र है बावजूद उसके यहां पर अभ्यर्थी को भड़का कर प्रदर्शन करने के लिए भेजा जा रहा है जबकि प्रदर्शन के लिए गर्दनीबाग में जगह बना हुआ है
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पटना से महीप राज की रिपोर्ट