लखनऊ :Breaking – CM Yogi ने बंपर सरकारी नौकरियां देने का किया ऐलान, पुलिस और शिक्षा विभाग में निकलेंगी भर्तियां। मंगलवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत 647 वन रक्षकों-वन्यजीव रक्षकों एवं 41 अवर अभियंताओं को नियुक्ति पत्र वितरित करने के दौरान CM Yogi आदित्यनाथ ने यूपी में जल्द ही भारी संख्या में सरकारी नौकरियां देने का ऐलान किया।
कहा कि इनके लिए जल्द ही भर्ती प्रक्रिया घोषित होंगीं। उन्होंने दावा किया कि सभी भर्ती प्रक्रिया शुचिता और पारदर्शी तरीके होंगी जैसा कि हाल में ही जारी 60200 पुलिस कार्मिकों की भर्ती में अपनाया गया है। इसमें परीक्षाहाल में भी तमाम खुफिया निगरानी कैमरों से हर अभ्यर्थी और इनविजिलेटर तक भी लखनऊ मुख्यालय से सीधे सतत निगरानी रखते हुए तत्काल प्रभावी कार्रवाई की व्यवस्था की गई है।
यूपी में पुलिस-अधीनस्थ सेवा में जल्द होंगी 80 हजार नई भर्तियां
CM Yogi आदित्यनाथ ने कहा कि चालू 60200 पुलिस कार्मिकों भर्ती प्रक्रिया पूरी होते ही उत्तर प्रदेश में फिर उसी पारदर्शी तरीके से नई 40 हजार पुलिस कार्मिकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी।अगले छह महीने में अधीनस्थ सेवा आयोग से 40 हजार युवाओं को सरकारी पदों पर नियुक्तियां देने जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन आयोग का गठन हो चुका है।
इसमें भी हजारों पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ होने जा रही है। बेसिक, माध्यमिक, उच्च, व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा में पूरे पारदर्शी तरीके से भर्ती होगी। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग में भी भर्ती की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाते हुए हजारों पदों पर युवाओं को सरकारी नौकरी से जोड़ने जा रही है। जहां जरूरत है, उसमें सुधार भी किया है लेकिन युवाओं के साथ खिलवाड़ ना हो इसका पूरा ध्यान रखा है।
CM Yogi का सवाल – 2017 से पहले इतनी पारदर्शी भर्ती संभव थी?
इसी क्रम में अपने संबोधन में CM Yogi ने पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार विशेषकर समाजवादी पार्टी पर हमला बोला। CM Yogi ने कहा कि – ‘फिर कहना चाहूंगा कि क्या 2017 से पहले इतने पारदर्शी तरीके औऱ शुचिता से भर्ती संभव था? नहीं, कत्तई नहीं। उस समय यह संभव ही नहीं था क्योंकि उस समय तो जितने आयोग थे और बोर्ड थे सभी दागी बन चुके थे।
उनके ऊपर तमाम प्रश्न खड़े हो रहे थे। उनके द्वारा किए जाने वाले तमाम कार्य संदेह के घेरे में और आज भी कई के सीबीआई जांच चल रहे हैं। स्वाभाविक रूप में उन्होंने उस समय ईमानदारी से काम नहीं किया और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया।
उस समय सरकारों की कार्यपद्धति ऐसी थी कि जिन्होंने न केवल युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया था बल्कि प्रदेश को पहचान के संकट से गुजारा था। यही प्रदेश है जब 2017 के पहले यहां का युवा बाहर जाता था तो रहने के धर्मशाला तो छोड़िए भुगतान करने पर होटल का कमरा भी नहीं मिलता था और लोग भगा देते थे’।
CM Yogi बोले – वे पेपर लीग गैंग के सरगनाओं को शागिर्द बनाते थे
CM Yogi यहीं नहीं रुके। उन्होंने यूपी के युवाओं के लिए पहचान का संकट पैदा होने मुद्दे पर बिना नाम लिए समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला।
कहा कि – ‘कौन लोग थे जिन्होंने पहचान का संकट खड़ा किया? ये वही लोग है जो पेपर लीग करने वाले गैंग के सरगनाओं को अपना शागिर्द बनाते थे। भर्ती की प्रक्रिया निकलने के साथ सूची भी उनके पास चली जाती थी और उसके द्वारा वसूली भी प्रारंभ होती थी। किसी गरीब के बच्चे को या मेरिटोरियस अभ्यर्थी को अपनी योग्यता से नियुक्ति नहीं मिल पाती थी।
नियुक्ति बैकडोर से होती थी। अलग-अलग परिवार के लोगों की सूची अलग-अलग जाती थी। फिर उन्हीं लोगों का सेलेक्शन होता और बाकी लोग देखते रह जाते थे। युवा आत्महत्या के लिए मजबूर होता था’।
CM Yogi ने ली चुटकी – एक्सपोज हो रहे तो ले रहे दुष्प्रचार का सहारा
CM Yogi आदित्यनाथ मंगलवार को बिना नाम लिए ही समाजवादी पार्टी और उसके नेताओं पर जमकर प्रहार किया और चुटकी भी ली।
CM Yogi बोले, – ‘उस प्रक्रिया को पूरी सख्ती के साथ रोका गया। जो भी उस प्रकार की बेईमानी में लिप्त थे, उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। स्वाभाविक रूप से जिन लोगों ने कभी अच्छा किया ही नहीं तो उन लोगों को जब कुछ अच्छा होगा तो बुरा लगेगा ही क्योंकि वे एक्सपोज हो रहे हैं और दुष्प्रचार का भी सहारा लेते हैं।
तमाम प्रकार के दुष्प्रचार करेंगे और अनर्गल प्रलाप करेंगे। उनसे यही पूछा जाना चाहिए कि जब उनकी सरकारें थीं तब क्या करते थे। क्यों भर्ती की प्रक्रिया तब पारदर्शी नहीं हो पा रही थी और बार-बार न्यायपालिका को भर्ती की प्रक्रिया को रोकना पड़ रहा था ? याद करिए, जब हम आए तो 1लाख 55 हजार केवल पुलिस कार्मिकों के पद खाली पड़े थे जिनको एक समयसीमा के अंदर हमने पूरा भर दिया।
वे सभी पुलिस कार्मिक अपने ट्रेड में आज के दिन में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। एक लाख 64 हजार शिक्षकों की भर्ती बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा में संपन्न किया’।
CM Yogi का सवाल – 2017 से पहले क्यों नहीं हुईं साढ़े 6 लाख भर्तियां ?
CM Yogi यहीं नहीं थमे। उन्होंने आगे कहा कि – ‘क्यों नहीं ये भर्तियां 2017 से पहले संपन्न हो गईं? हमारे आने के बाद तमाम आयोगों और बोर्ड के तहत प्रदेश में जो साढ़े 6 लाख युवाओं को नौकरियां मिल पाईं, वे 2017 से पहले क्यों नही हो पाईं ?
कारण था कि 2017 के पहले न तो सरकार की नीति अच्छी थी, ना नीयत और अनावश्यक रूप से घूसखोरी उनकी पहचान बन चुकी थी। आज उससे प्रदेश को मुक्त किया गया है। सख्ती से ऐसे तत्वों पर लगाम कसा है।
स्वाभाविक रूप से जब गिरोह के लोग परेशान होंगे तो सरगना का परेशान होना स्वाभाविक है। परेशान होंगे तो कुछ ना कुछ बोलेंगे ही। हमने देखा है कि बड़े-बड़े अपराधी भी अंतिम दम तक नहीं मानता कि उसने गलत किया जब तक कि उसे प्रमाण नहीं दिखा दिया जाता।
ये वही लोग हैं जो गलती करते हैं लेकिन स्वीकार नहीं करते परंतु उन्हें उनका फुटेज भी दिखाना पड़ता है तो गलती मानने लगते हैं। इसीलिए उन्हें प्रदेश की जनता ठुकरा रही है’।