Patna : महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा के समापन अवसर पर रविवार को पटना के गांधी मैदान में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि मौजूदा एनडीए सरकार धन बल और एजेंसियों के दम पर लोकतंत्र को बंधक बना रही है। ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग कर जनप्रतिनिधियों को डराया-धमकाया जा रहा है।
Breaking : झारखंडी जोहार, नमस्ते, आदाब
हेमंत सोरेन ने सभा की शुरुआत “झारखंडी जोहार, नमस्ते, आदाब” कहकर की और बेहद आक्रामक तेवर में बोले कि “मुझे भी कई दिनों तक जेल में डाल दिया गया। लेकिन जेल के भीतर से ही हमने लोकसभा की लड़ाई लड़ी। अगर हमें जेल में न डाला जाता, तो झारखंड में जिस तरह हमने बहुमत की सरकार बनाई, लोकसभा में भी बीजेपी का खाता नहीं खुलने देते।”
उन्होंने कहा कि 2014 के बाद देश में सत्ता “चालाक और चतुर लोगों” के हाथों में चली गई है और उसी समय से देश का सत्यानाश हो रहा है। “चाहे नोटबंदी हो, कोरोना काल हो या प्राकृतिक आपदा, 2014 के बाद जितनी मौतें हुईं, उतनी शायद आजादी के बाद कभी नहीं हुईं। सबसे ज्यादा नुकसान किसानों, मजदूरों, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों ने झेला है।”
Breaking : वोटर सूची पर उठाए सवाल
सीएम सोरेन ने कहा कि देश में वोट चोरी की साजिश लंबे समय से चल रही है। “स्पेशल वोटर रिवीजन और इंसेंटिव वोटर रिवीजन जैसी विचित्र प्रक्रियाओं के जरिये मौजूदा सरकार गद्दी पर काबिज है। अगर हिम्मत है तो इस्तीफा दीजिए और पूरे देश में नए सिरे से वोटर लिस्ट तैयार कराइए, तब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
बिहार-झारखंड की साझा पीड़ा का जिक्र
उन्होंने बिहार और झारखंड के साझा इतिहास और पलायन की समस्या का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने झारखंड की आधी आबादी को पलायन से रोका है। “हमने महिलाओं को आर्थिक ताकत दी है। आने वाले समय में पुरुषों को भी प्रवासी मजदूर बनने से रोकेंगे।”
Breaking : गठबंधन को बताया “झूठ न बेचने वाला”
केंद्र पर निशाना साधते हुए सोरेन ने कहा कि बीजेपी झूठे जुमलों और धन बल के दम पर सत्ता हथियाती है, लेकिन “हमारा गठबंधन न बिकने वाला है, न डरने वाला है और न झुकने वाला है।”
उन्होंने कहा कि आने वाला चुनाव सिर्फ बिहार ही नहीं, पूरे देश की दिशा और दशा तय करेगा। “यह चुनाव संविधान बचाने का चुनाव है। यह सिर्फ पार्टियों का नहीं, देश का वोट है। इसलिए सजग होकर और सटीक होकर चुनाव में हिस्सा लीजिए।” सभा के अंत में उन्होंने महागठबंधन के नेताओं के साथ मिलकर जनता से अपील की कि यह संदेश गांव-गांव और घर-घर तक पहुंचाएं और देश को बचाने की इस लड़ाई में हिस्सा लें।
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