डिजीटल डेस्क : Breaking – पीएम मोदी की दो टूक – महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य पाप, उसके दोषी व मददगार बचने नहीं चाहिए। रविवार को महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी के महासम्मेलन को संबोधित करते हुए कोलकाता के RG Kar मेडिकल कॉलेज अस्पताल वाली घटना और महाराष्ट्र के ठाणे के बदलापुर के छात्राओं के यौन उत्पीड़न की घटना पर दो टूक टिप्पणी की।
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बोले कि –‘महिलाओं के खिलाफ अपराध एक अक्षम्य पाप है। जो भी दोषी है, उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए। किसी भी रूप में उसकी मदद करने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। अस्पताल हो, स्कूल हो, सरकार हो या पुलिस व्यवस्था, जिस भी स्तर पर लापरवाही हुई है, सबकी जवाबदेही होनी चाहिए और सबका हिसाब किया जाना चाहिए।
ऊपर से नीचे तक संदेश बहुत स्पष्ट जाना चाहिए। ये पाप अक्षम्य है। सरकारें आती-जाती रहेंगी, लेकिन महिलाओं के जीवन की रक्षा और उनके सम्मान की रक्षा, समाज के तौर पर और सरकार के तौर पर हम सबकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है’।
पीएम बोले – महिलाओं के खिलाफ क्राइम की मानसिकता को खत्म करना होगा
प्रधानमंत्री मोदी ने महासम्मेलन में मौजूद महिलाओं को संबोधित करते हुए पूरे देश के लिए और सभी सियासी दलों को भी संदेश दिया। कहा कि-‘माताओं, बहनों और बेटियों को सशक्त करने के साथ ही उनकी सुरक्षा भी देश की प्राथमिकता है। मैंने लाल किले से बार-बार इस मुद्दे को उठाया है।
आज देश का कोई भी राज्य हो, मैं अपनी बहनों-बेटियों के दर्द और गुस्से को समझता हूं। मैं एक बार फिर देश के हर राजनीतिक दल से और हर राज्य सरकार से कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध को एक अक्षम्य पाप मानकर जो भी दोषी है, उसे ना बख्शें।
आपको विश्वास दिलाता हूं कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार रोकने के लिए केंद्र सरकार हर तरह से राज्य सरकारों के साथ है। हमें भारतीय समाज से इस मानसिकता को खत्म करके ही रुकना होगा’।
पीएम का सुझाव- थाने न जा सकें तो ई-एफआईआर करें, कार्रवाई होगी
महिला उत्पीड़न पर पीएम मोदी ने इस महासम्मेलन मे अपनी बात रखने का मानों मन बनाकर आए थे। उन्होंने खुलकर महिलाओं से उनके ऐसे मामलों में झिझक और पुराने पुलिस सिस्टम तक जिक्र किया और उसमें हाल में लाए गए सुधार के बारे में बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि -‘आज इतनी बड़ी संख्या में देश की बहनें-बेटियां यहां हैं। मैं आपको ये विशेष रूप से बताना चाहता हूं। पहले शिकायतें रहती थीं कि समय पर एफआईआर दर्ज नहीं होती, सुनवाई नहीं होती और मामलों में देरी होती थी। हमने भारतीय न्याय संहिता में ऐसी अनेक रुकावटें हटा दी हैं।
महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार को लेकर इसमें एक विस्तृत कानून बनाया गया है। अगर पीड़ित महिलाएं थाने नहीं जाना चाहतीं तो वो घर बैठे ही ई-एफआईआर दर्ज करा सकती हैं। हमने ये भी सुनिश्चित किया है कि थाना स्तर पर कोई भी ई-एफआईआर से छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा’।

पीएम बोले – अब नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराध में मृत्युदंड का प्राविधान हुआ
प्रधानमंत्री यहीं नहीं रुके। महाराष्ट्र के ठाणे के बदलापुर कांड का जिक्र किए बिना अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि – ‘नए कानूनों में नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराधों के लिए मृत्युदंड और आजीवन कारावास का प्रावधान किया गया है। बेटियों के साथ शादी के नाम पर धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं।
पहले इसके लिए कोई स्पष्ट कानून नहीं था। अब भारतीय न्याय संहिता में भी शादी के झूठे वादे और धोखे को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार रोकने के लिए केंद्र सरकार हर तरह से राज्य सरकारों के साथ है।
हमें भारतीय समाज से इस मानसिकता को खत्म करके ही रुकना होगा। इसलिए आज भारत विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है और इसमें महाराष्ट्र की बहुत बड़ी भूमिका है। महाराष्ट्र विकसित भारत का एक चमकता सितारा है’।
प्रधानमंत्री बोले – गांव- गांव बैंक सखी के बाद कृषि सखी कार्यक्रम शुरू
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव के दौरान जब मैं आपके पास आया था, तो मैंने वादा किया था कि हमें 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाना है। इसका मतलब है कि जो महिलाएं स्वयं सहायता समूहों में काम करती हैं और उनकी सालाना आय एक लाख रुपये से अधिक है।
पिछले 10 साल में एक करोड़ लखपति दीदी बनीं और सिर्फ दो महीने में 11 लाख और लखपति दीदी एक करोड़ बन गईं। हमें महाराष्ट्र का विकास करके, महाराष्ट्र का नाम पूरी दुनिया में और ऊंचा करते रहना है। महाराष्ट्र के संस्कारों को यहां के वीर और धीर माताओं ने सृजित किया है।
यहां की मातृशक्ति ने पूरे देश को प्रेरित किया है। लखपति दीदी बनाने का ये अभियान, सिर्फ बहनों-बेटियों की कमाई बढ़ाने का ही अभियान नहीं है। ये पूरे परिवार को, आने वाली पीढ़ियों को सशक्त कर रही है। ये गांव के पूरे अर्थतंत्र को बदल रही हैं। आज यहां लखपति दीदी का महासम्मेलन हो रहा है।
मेरी बहनें यहां बड़ी संख्या में उपस्थित हैं। आज यहां से देशभर के लाखों सखी मंडलों के लिए 6 हजार करोड़ से अधिक की राशि जारी की गई है। मेरी सभी माताओं-बहनों को बहुत-बहुत शुभेच्छा। आज सवा लाख से अधिक बैंक सखियां, गांव-गांव बैंकिंग सेवाएं दे रही हैं।
अब हम बहनों को ड्रोन पायलट भी बना रहे हैं ताकि वे ड्रोन से आधुनिक खेती करने में किसानों की मदद कर पाएं। आधुनिक खेती और प्राकृतिक खेती के लिए हम नारीशक्ति को नेतृत्व दे रहे हैं, इसके लिए हमने कृषि सखी कार्यक्रम शुरू किया है।’