लखनऊ : यूपी के बांदा में नौकरी देने के बहाने 3 युवतियों से कारोबारियों ने महीनों की दरिंदगी, जांच शुरू। यूपी के बांदा जिले में 3 युवतियों को नौकरी देने और दिलाने के नाम पर महीनों तक कुछ कारोबारी साथियों द्वारा जमकर दरिंदगी की हदें पार की गईं।
बीयर पिलाई गई, नंगा कराकर नचवाया गया और भी घिनौने कृत्य किए गए। अपने को बुरी तरह फंसा हुआ पाने पर तीनों सहेलियों ने पूरी आपबीती स्थानीय थाने में सुनाई लेकिन वहां भी तुरंत उनके हक में कोई कानूनी पहल नहीं हुई।
आरोप है कि 2 दिनों तक शुरू में स्थानीय थाना स्तर पर उन्हें टरकाया जाता रहा और बाद में FIR दर्ज करने के बाद भी इन तीनों पीड़ितों का मेडिकल नहीं कराया गया।
अपनी इज्जत सरे बाजार नीलाम होने के डर से घबराईं तीनों सहेलियों पर बीती दरिंदगी की सूचना उच्चाधिकारियों तक बुधवार को पहुंचीं तो अब कार्रवाई की पहल शुरू हो गई है।
बांदा नगर कोतवाली 3 कारोबारियों पर FIR
तीन सहेलियों के साथ महीनों हुई दरिंदगी का सनसनीखेज मामला जब उच्चाधिकारियों तक पहुंचा तो तुरंत पूरा पुलिस तंत्र हरकत में आया।
यूपी के बांदा जिले के नगर कोतवाली में इस मामले में 3 नामजद आरोपी कारोबारियों के खिलाफ FIR भी दर्ज कर ली गई है और आरोपी कारोबारियों का पूरा ब्योरा भी पुलिस ने मीडिया में सार्वजनिक किया है।
बांदा के SP अंकुर अग्रवाल ने इस सनसनीखेज मामले में तीनों पीड़ित लड़कियों की पूरी फरियाद और आपबीती को सुना। SP अंकुर अग्रवाल ने तीनों पीड़ित सहेलियों का तुरंत मेडिकल कराने और एवं आरोपियों द्वारा बनाए गए इनके अश्लील वीडियो की जांच कर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिया है।
SP अंकुर अग्रवाल ने बताया कि –‘…पूरा घटनाक्रम बांदा के ही नगर कोतवाली क्षेत्र का है। उसी इलाके के रहने वाले तीन बड़े कारोबारी आशीष अग्रवाल, स्वतंत्र साहू और लोकेंद्र सिंह चंदेल के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है।
…अब आगे के सारी विधिक कार्रवाई को अमल लाते में हुए आरोपियों की गिरफ्तारी एवं उनके खिलाफ तमाम भौतिक, मेडिकल, इलेक्ट्रानिक समेत सभी जरूरी साक्ष्यों को जुटाया जा रहा है।’

नौकरी की तलाश में दरिंदगी का शिकार बनीं ये सहेलियां
पुलिस से मिले ब्योरे के मुताबिक, दर्ज FIR में इन तीनों सहेलियों पर गुजरी आपीबीती एवं उसमें लिप्त रहे तीनों आरोपी कारोबारियों की रही भूमिका का उल्लेख है। साथ पीड़िताओं को फंसाने, इन्हें ब्लैकमेल करने के उनके तरीकों को भी इसमें शामिल किया गया है।
बांदा शहर के रईसजादों के चंगुल में फंसने वाली तीनों युवतियां इंटर कॉलेज के समय से आपस में सहेलियां हैं। तीनों सहेलियों का कहना है कि बांदा अलीगंज के रहने वाले नवीन कुमार इन तीनों के पूर्व परिचित हैं।
इन तीनों ने उसी नवीन कुमार से अपने लिए नौकरी की बात की थी। तीनों नौकरी की तलाश में थीं। नवीन ने ही ने तीनों आरोपी कारोबारियों के बारे खूब तारीफ की। फिर नवीन कुमार ने उन्हें आशीष अग्रवाल, स्वतंत्र साहू और लोकेंद्र सिंह से मिलाया और कहा कि यह तीनों बड़े व्यापारी और ठेकेदार हैं एवं ये इन तीनों को ही नौकरी देंगे।
उसके बाद आरोपियों ने इन सहेलियों के साथ छेड़खानी करते हुए से दरिंदगी का गंदा खेल शुरू कर दिया। तीनों पीड़िताओं के मुताबिक, इंटरनेट में वीडियो प्रचलित करने की धमकी से तीनों बुरी तरह से डर गई थीं।
इनमें से एक अनुसूचित जाति है। उसे आरोपी दरिंदे कारोबारियों ने कई बार जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया। यह भी आरोप लगाया है कि तीनों आरोपी उन्हें निर्वस्त्र करके डांस कराते थे। जबरन बियर और सिगरेट पिलाते थे।
जब तीनों नशे में हो जाती थीं, तो उनके साथ दुष्कर्म करते थे। यह भी आरोप लगाया है कि तीनों रईसजादों ने और भी लड़कियों को शिकार बनाया है, लेकिन वह बदनामी के डर से सामने नहीं आ रही हैं।

पेन ड्राइव में पीड़िताओं ने दिए अपने बीती दरिंदगी के साक्ष्य…
इस मामले में बांदा नगर कोतवाली थाने में बीते 22 मार्च को यौन शोषण की तहरीर तीनों पीड़ित सहेलियों ने दी। उसी दिन इन सहेलियों ने पुलिस को सबूतों की पेन ड्राइव भी दी थी। पुलिस दो दिन तक मामले को दबाए रही।
तहरीर लेने के तीसरे दिन भी युवतियों का मेडिकल नहीं कराया। पुलिस उच्चाधिकारियों ने बताया कि पीड़िताओं में एक अनुसूचित जाति की है तो दो मुस्लिम समुदाय की हैं।
पुलिस को दी तहरीर में तीनों ने आरोप लगाया है कि शहर के कारोबारी आशीष अग्रवाल, स्वतंत्र साहू और लोकेंद्र सिंह चंदेल ने उनके साथ दुष्कर्म किया और आपत्तिजनक वीडियो बनाए हैं। उसे वायरल करने की धमकी देते थे।

इस संबंध में दर्ज FIR में नामजद आरोपी ऑटो पार्ट्स व्यापारी व जिला परिषद चौराहा निवासी आशीष अग्रवाल का कहना है कि उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। उन्हें फर्जी फंसाया गया है। वह पीड़िताओं को जानते तक नहीं हैं। दूसरे आरोपी गुटखा व्यवसायी स्वतंत्र साहू और तीसरे आरोपी ठेकेदार लोकेंद्र सिंह चंदेल ने मोबाइल फोन बंद मोड में जा रहा है।
SP बांदा अंकुर अग्रवाल ने कहा कि – ‘…तीनों पीड़ित सहेलियों की ओर से दी गई पेन ड्राइव और तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है। विवेचना सीओ सिटी कर रहे हैं। पीड़िताओं के मेडिकल और बयान दर्ज कराने कार्रवाई की जा रही है।’
समाचार लिखे जाने से पहले बांदा के सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह ने इस मामले की प्रगति के संबंध में कहा कि-‘…पीड़िताओं का मेडिकल परीक्षण आज बुधवार को ही कराया जाएगा। …साथ ही मजिस्ट्रेटी बयान भी दर्ज कराए जाएंगे।’
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