रांची: जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में मंगलवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास आईईडी धमाके में झारखंड के हजारीबाग निवासी कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी (25) शहीद हो गए। इस धमाके में दो अन्य जवान भी घायल हुए थे, जिनमें से नायक मुकेश ने भी बाद में दम तोड़ दिया।
यह घटना मंगलवार दोपहर करीब 3:50 बजे भट्टल इलाके में गश्त के दौरान हुई। सेना ने कैप्टन करमजीत के पिता अजेंद्र सिंह को यह दुखद समाचार दिया। बुधवार सुबह 11 बजे शहीद का पार्थिव शरीर हजारीबाग पहुंचने की उम्मीद है।
शहीद कैप्टन करमजीत सिंह :
कैप्टन करमजीत सिंह की शिक्षा गुवाहाटी में हुई थी और उन्होंने 2023 में भारतीय सेना जॉइन की थी। कुछ ही दिन पहले, 16 जनवरी को वे एक हफ्ते की छुट्टी पर घर आए थे और परिवार में हुई शादी में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने अपनी भी शादी की तैयारियां कीं। 24 जनवरी को वे फिर से ड्यूटी पर लौट गए। उनका विवाह 5 अप्रैल को तय था, लेकिन उससे पहले ही वे देश की रक्षा में शहीद हो गए।
सेना की जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा ने राजौरी में सुरक्षा हालात की समीक्षा की है। एलओसी पर बढ़ती आतंकी गतिविधियों को देखते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पिछले चार दिनों में यह जम्मू क्षेत्र में तीसरा आतंकी हमला था।
शहीद कैप्टन करमजीत सिंह के पिता अजेंद्र सिंह हजारीबाग में क्वालिटी टेंट हाउस का व्यवसाय करते हैं। घटना के समय वे पत्नी के साथ एक शादी समारोह में थे, जब उन्हें यह दुखद सूचना मिली। कैप्टन करमजीत सिंह परिवार में सबसे बड़े थे। उनकी एक छोटी बहन है, जो अभी पढ़ाई कर रही है।
उनकी शहादत से हजारीबाग सहित पूरे देश में शोक की लहर है। सेना और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी उनके अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुटे हैं।