रांची: Kolhan Tiger Roars – झारखंड की राजनीति में हाल ही में उठे एक बयान ने हंगामा खड़ा कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने इस मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस देश में नारी के सम्मान की रक्षा के लिए रामायण और महाभारत जैसे युद्ध हुए, वहीं सत्ता में चूर एक अहंकारी हमारे आदिवासी समाज की बेटी का अपमान करने का दुस्साहस कर रहा है।”
चंपई सोरेन का यह बयान इरफान अंसारी के उस विवादास्पद बयान के संदर्भ में आया है, जिसमें उन्होंने सीता सोरेन के संबंध में अवांछित टिप्पणियां की थीं। इस पर प्रतिक्रिया स्वरूप, बीजेपी महिला प्रकोष्ठ की महिलाओं ने धरना प्रदर्शन कर माफी की मांग की। इसके अलावा, राष्ट्रीय एसटी आयोग ने भी स्वतः संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट मांगी है।
इरफान अंसारी ने अपने बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किए जाने की सफाई दी है, लेकिन यह सवाल उठता है कि आखिर ऐसी टिप्पणियां करने की हिम्मत इरफान अंसारी को कैसे मिली? क्या इस घटना से झारखंड में महिलाओं के सम्मान को खतरा नहीं है?
Kolhan Tiger Roars :
यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है, जबकि सीता सोरेन, जो कि सोरेन परिवार की बहू हैं, के प्रति यह भाषा बेहद अपमानजनक मानी जा रही है। यह मुद्दा न केवल राजनीतिक है, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और गरिमा के संदर्भ में भी गंभीर प्रश्न खड़े करता है।
इस मामले की गरमागरम चर्चा के बीच, राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी इस पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए हैं, और यह साफ है कि यह विवाद विधानसभा चुनावों में एक बड़ा मुद्दा बनने वाला है।