PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 1006 नई नियुक्ति पत्र वितरित करेंगे.
Highlights
मुख्यमंत्री जल संसाधन विभाग में नियुक्ति के लिए चयनित
489 निम्नवर्गीय लिपिक और 485 कनीय लेखा लिपिक को नियुक्ति पत्र देंगे.
कुल 974 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिलेगा. इन अभ्यर्थियों का चयन
बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा किया गया है. इसके अलावा
बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा अनुशंसित 32 कनीय अभियंताओं
को भी जल संसाधन विभाग द्वारा नियुक्ति पत्र का वितरण किया जा रहा है.
इस प्रकार कुल 1006 नई नियुक्तियां की गई हैं.
नियुक्ति पत्र वितरित तेजस्वी यादव भी रहेंगे कार्यक्रम में मौजूद
नियुक्ति पत्र वितरण-सह-उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन
श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में किया गया है. समारोह में
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर
एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी भी मौजूद रहेंगे.
समारोह की अध्यक्षता जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा करेंगे.
नियुक्ति की प्रक्रिया 18 अक्टूबर को पूरी कर ली गई थी
जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा
ने बताया कि नवनियुक्त कर्मियों की राज्य के सभी
19 मुख्य अभियंता प्रक्षेत्रों में सेवा आवंटन की गयी है.
पूरी प्रक्रिया 18 अक्टूबर, 2022 को कंप्यूटर आधारित
रेंडमाइजेशन विधि से पूर्ण पारदर्शिता के साथ पूरी की गई.
नियुक्ति पत्र वितरण के बाद इन्हें मुख्य अभियंता प्रक्षेत्र के
अधीन विभिन्न कार्यालयों में 24 घंटे के अंदर पदस्थापित कर दिया जायेगा.
संजय कुमार झा ने कहा कि निम्न वर्गीय लिपिक के लिए
पर्याप्त पद उपलब्ध नहीं थे. लेकिन अतिरिक्त पदों को
समायोजित करते हुए इतनी बड़ी संख्या में लिपिकों की नियुक्ति की गई है.
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हाल में हुई कैबिनेट बैठक में
इन नियुक्तियों में आड़े आ रही बाधाओं को दूर करने के
प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी. बड़ी संख्या में
निम्नवर्गीय लिपिक और कनीय लेखा लिपिक की नियुक्तियों के
फलस्वरूप जल संसाधन विभाग की योजनाओं से जुड़े
कार्यालय एवं लेखा संबंधी कार्यों को तीव्र गति से निपटाया जा सकेगा.
बाढ़ क्षेत्र में कार्यों के निष्पादन में आएगी तेजी
जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बाढ़ प्रक्षेत्रों में बाढ़ की विभीषिका से बचाव के लिए कटाव निरोधक कार्य और बाढ़ अवधि में बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराया जाता है. इन कार्यों में नियमित पत्राचार एवं लेखा संधारण की भूमिका अहम होती है. साथ ही बाढ़ अवधि में सभी मुख्य अभियंता प्रक्षेत्रों में प्रमंडल स्तर से मुख्य अभियंता स्तर तक बाढ़ नियंत्रण कक्ष का संचालन किया जाता है, जिसमें आंकड़ों का प्रेषण, संधारण, बाढ़ समाग्रियों का लेखा, इत्यादि नियमित कार्य किये जाते हैं. विभिन्न लिपिक संवर्ग में बड़ी संख्या में नई नियुक्तियां होने से इन कार्यों का त्वरित निष्पादन हो सकेगा.