पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने आज यानी 18 अप्रैल को सुबह 10.30 बजे संकल्प स्थित एक अणे मार्ग से ‘महिला संवाद’ (Womens Dialogue) की शुरुआत कर दी है। सीएम नीतीश के साथ डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) और मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Chaudhary) और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार (Shravan Kumar) सहित कई अधिकारी भी इस कार्यक्रम के लिए उपस्थित थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज से महिला संवाद करेंगे पूरे प्रदेश में दो महीने तक चलेगा। जागरूकता अभियान छह सौ जगह पर कार्यक्रम आयोजित होगी।
Highlights
CM नीतीश आज करेंगे ‘महिला संवाद’ अभियान की शुरुआत
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज ‘महिला संवाद’ अभियान की औपचारिक शुरुआत करेंगे। इस अभियान का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को सरकारी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देना और उन्हें सामाजिक व आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। राजधानी पटना से सीएम नीतीश ने 50 प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जो राज्य के कोने-कोने तक संदेश पहुंचाएंगे। अभियान के पहले दिन ही राज्य के 600 स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अगले 60 दिनों में इस अभियान के तहत पूरे बिहार में 70 हजार स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। खास बात यह है कि इनमें से 600 प्रचार वाहन विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण करेंगे और वहां की महिलाओं से संवाद स्थापित करेंगे।
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एक साथ सभी 38 जिलों में कार्यक्रम
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार के अनुसार, सभी 38 जिले में महिला संवाद का कार्यक्रम करने जा रहे है। बिहार के 48 हजार गांव में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित होगा। बड़े गांव में एक से अधिक संवाद करने की तैयारी है। ऐसे में कुल 70 हजार से अधिक जगहों पर महिला संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसमें 1,35,000 जीविका दीदी भी शामिल होंगी। बिहार के सभी गांव में महिला संवाद का कार्यक्रम होगा और जो गांव बड़ा है वहां एक से अधिक संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके लिए 600 गाड़ियां भी पूरे बिहार में घूमेगी।
अभियान का उद्देश्य
श्रवण कुमार ने कहा कि महिला संवाद कार्यक्रम करने के पीछे मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सरकार द्वारा क्रियान्वित योजनाएं, कार्यों के विषय में महिलाओं को जानकारी प्रदान करना है। महिलाओं को अपने गांव या टोलों की समस्याओं और आकांक्षाओं को चिह्नित कर उसकी प्राथमिकता निर्धारण करने के लिए अवसर प्रदान करना, संवाद के दौरान प्राप्त समस्याओं का विभिन्न स्तर पर त्वरित समाधान करना, प्राप्त सूचनाओं के आधार पर सरकार की योजनाओं के सूत्रण एवं नीति निर्धारण में महिलाओं की आकांक्षाओं को बेहतर ढंग से समाहित करना है।
महिलाओं से ली जाएगी फीडबैक
नीतीश सरकार की ओर से संवाद में बिहार में जो काम हुए हैं, उन उपलब्धियों को महिलाओं को बताना है। साथ ही पंचायत से लेकर सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए आरक्षण, बिहार राज्य महिला सशक्तिकरण नीति 2015, नशा मुक्ति अभियान, बाल विवाह और दहेज प्रथा उन्मूलन अभियान, जीविका, सतत जीविकोपार्जन योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, सीएम बालिका पोशाक योजना, साइकिल योजना और बालिका प्रोत्साहन योजनाओं के बारे में चर्चा करने के साथ ही फीडबैक लिया जाएगा।
CM ने महिला संवाद जागरूकता वाहनों को एक अणे मार्ग से हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के लिए महिला संवाद जागरूकता वाहनों को एक अणे मार्ग से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जागरूकता वाहन की चारों तरफ से ब्रांडिंग की गई है। इससे गांव में कार्यक्रम करने के दौरान या एक गांव से दूसरे गांव में जागरूकता वाहन की आवजाही के दौरान सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण से संबंधित किए गए कार्यों के प्रति आम लोगों का ध्यान आकृष्ट होगा। प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा निर्देश दिया गया था कि जिले के सभी गांवों में योजनाओं की स्थिति की जानकरी लेने एवं समस्याओं का निदान करने हेतु वरीय पदाधिकारियों को स्थल पर भेजा जाए। इसी क्रम में महिला संवाद का आयोजन किया जा रहा है जहां वरीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में समुदाय की समस्याओं पर चर्चा होगी। स्थल पर जाकर वरीय पदाधिकारी वहां की समस्याओं से अवगत होंगे एवं उसका समाधान भी करेंगे।
राज्य के सभी गांवों में महिला संवाद का किया जा रहा है आयोजन
राज्य के सभी गांवों में महिला संवाद का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम लगभग 70 हजार स्थानों पर होगा जिसमें दो करोड़ से अधिक महिलाएं भाग लेंगी। इस कार्यक्रम में गांव की सभी महिलाओं को बुलाया जाएगा। कार्यक्रम में राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए जितने कार्य किए गए हैं, उन सभी बातों की जानकारी दी जाएगी और योजनाओं के बारे में जागरुकता फैलाई जाएगी। सरकार द्वारा किए गए कार्यों को वीडियो फिल्म के माध्यम से दिखाया जाएगा। इसके लिए हर कार्यक्रम स्थल पर जागरुकता वाहन तैनात किया जाएगा जिसमें बड़े टीवी स्क्रीन पर वीडियो फिल्म दिखाई जाएगी। बड़े टेलीविजन के साथ लगभग 600 जागरुकता वाहन का प्रयोग किया जा रहा है। आगे किस प्रकार की योजनाओं की जरुरत है इस पर भी चर्चा की जाएगी एवं सुझाव प्राप्त किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान प्राप्त सुझावों एवं अपेक्षाओं को संकलित किया जाएगा
कार्यक्रम के दौरान प्राप्त सुझावों एवं अपेक्षाओं को संकलित किया जाएगा। संकलित सुझावों एवं अपेक्षाओं को प्रखंड इकाई द्वारा जिला इकाई को भेजा जाएगा। जो अपेक्षाएं जिला स्तर पर पूर्ण की जा सकती हैं या जिनका समाधान किया जा सकता है, उन्हें तत्काल कार्रवाई हेतु संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा। जिन अपेक्षाओं को विभाग स्तर से पूरा किया जा सकता है उन्हें संबंधित विभागों को भेजा जाएगा। जो अपेक्षाएं नीतिगत विषय से संबंधित हैं उन्हें सरकार के समक्ष आवश्यक निर्णय हेतु प्रस्तुत किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को ग्रामीण विकास विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने हरित पौधा भेंटकर स्वागत किया। ग्रामीण विकास के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने महिला संवाद के संबंध में मुख्यमंत्री के समक्ष एक प्रस्तुतीकरण दिया। कार्यक्रम में ‘महिला संवाद’ से संबंधित एक वीडियो फिल्म प्रस्तुत की गई।
इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सहित कई मंत्री और अधिकारी रहे मौजूद
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह और जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी हिमांशु शर्मा उपस्थित थे। जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारी जुड़े हुए थे।
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विवेक रंजन की रिपोर्ट