लखनऊ : CM Yogi ने यूपी के सभी एक्सप्रेसवे किनारे फूड प्लाजा की तरह अस्पताल बनाने को कहा। CM Yogi आदित्यनाथ ने रविवार को यूपी में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं, सड़क हादसों एवं उनमें हो रही मौतों एवं बढ़ती घायलों की संख्या पर गंभीर चिंता जाहिर की है।
CM Yogi ने बढ़ते सड़क हादसों पर प्रभावी ब्रेक लगाने का निर्देश देने के साथ ही हादसों में होने वाले घायलों को समय पर उचित उपचार मुहैया कराने पर बल दिया है। इसके लिए सभी प्रभावी व्यवस्था अपनाने को कहा है।
इसी क्रम में रविवार को सड़क सुरक्षा संबंधी प्रदेश स्तरीय बैठक लेते हुए CM Yogi ने कहा कि – ‘…सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों के उपचार का तत्काल आसपास न मिल पाना गंभीर चिंता का विषय है। …ऐसे में सभी एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ फूड प्लाजा की तरह अस्पताल की व्यवस्था करें।
…साथ ही सभी मंडल मुख्यालयों के अस्पतालों में ट्रामा सेंटर, एंबुलेंस एवं ट्रेंड की स्टाफ को तैनाती भी सुनिश्चित की जाए।’
‘स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल हो ट्रैफिक नियम…’
इसी क्रम में CM Yogi ने कहा कि – ‘…बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं एवं सड़क हादसों पर प्रभावी अंकुश लगाने को जरूरी है कि लोगों में इसके बारे में जागरूकता लाई जाए। यह जागरूकता केवल किसी कार्यक्रम के आयोजन भर से मुमकिन नहीं है।
…इसके लिए जरूरी है कि बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों के पाठ्यक्रम में ट्रैफिक के नियमों को जोड़ा जाए। बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग एवं उच्च शिक्षा विभाग अपने स्कूलों एवं कॉलेजों में सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न गतिविधियों को आयोजित कर जागरूकता फैलाए्ं।
…साथ ही प्रदेश के सभी मार्गों पर ब्लैक स्पॉट को चिन्हित कर उन्हें ठीक कराएं।आम तौर पर आए दिन होने वाले सड़क हादसों के कारण क्या हैं ? मोटे तौर पर जो कारण सामने आए हैं, वे भी कम चौंकाने वाले नहीं है। उन कारणों को सभी जानते हैं लेकिन उनके बारे में जागरूकता जरूरी है ताकि हादसों को रोका जा सके, उनको कम किया जा सके।
…ओवर स्पीडिंग, ड्रंकन ड्राइव, गलत साइड पर गाड़ी चलाना, जंपिंग रेड लाइट एवं मोबाइल फोन का उपयोग सड़क दुर्घटना घटित होने के मुख्य कारक हैं। इसके लिए लोगों में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।


…यूपी में बढ़े हादसे तो चिंताजनक है हीं,उनमें भी 20 जिलों का दुर्घटना-बहुल के रूप में सामने आना और भी चिंताजनक है। वर्ष 2024 में प्रदेश के 75 जनपदों हुई दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा 20 जनपदों में जनहानि हुई है।
…इनमें हरदोई, मथुरा, आगरा, लखनऊ, बुलन्दशहर, कानपुर नगर, प्रयागराज, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, बरेली, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, शाहजहांपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, बदायूं, मेरठ और बिजनौर शामिल हैं।
प्रदेश में कुल हुई दुर्घटना मृत्यु में 42 प्रतिशत इन जनपदों से है। वर्ष 2024 में 46052 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। इसमें 34600 लोग घायल हुए हैं, जबकि 24 हजार से अधिक मौतें हुई हैं, जो कि अत्यंत दुखद है। इसे हर हाल में न्यूनतम करना होगा।’


‘हाईवे-एक्सप्रेसवे किनारे बिल्कुल ना हों शराब की दुकानें…’
CM Yogi ने आगे कहा कि – ‘…अक्सर यह देखा गया है कि शराब की दुकानों के साइनेज बहुत बड़े होते हैं, इन्हें छोटा किया जाए। एक्सप्रेस-वे एवं हाइवे के किनारे शराब की दुकानें बिल्कुल न हों।
…अस्पतालों, स्कूलों एवं मुख्य बाजारों के बाहर टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर का निर्माण कराएं।बिना परमिट की बसें सड़कों न चलने पाएं। डग्गामार वाहनों एवं ओवरलेडेड ट्रकों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करें।
…दूसरे प्रदेश से आने वाले बिना परमिट के वाहनों को बॉर्डर पर रोकें। ट्रासंपोर्ट एसोसिएशन एवं व्हीकल एसोसिएशन से संवाद स्थापित कर यह सुनिश्चित कराएं कि लंबी दूरी के वाहनों पर दो ड्राइवर हों।
…एक्सप्रेस-वे एवं हाइवे पर क्रेन, पेट्रोलिंग वाहन और एंबुलेंस की संख्या बढ़ाएं। अक्सर यह देखा गया है कि सड़क पर करते समय भी बहुत सी दुर्घटनाएं हो जाती हैं, इसके दृष्टिगत एनएचआई की बहुत सी सड़कों पर फुट ओवर ब्रिज की आवश्यकता है, स्थानों को चिन्हित कर उनका भी निर्माण कराएं।
…यही नहीं, नगरीय क्षेत्रों में यह देखने को मिलता है नाबालिक बच्चे ई रिक्शा चला रहे हैं। इस पर प्रभावी अंकुश लगाएं। साथ ही सभी ई रिक्शा ड्राइवर का वैरिफिकेशन अवश्य कराएं। सड़क जाम एक बड़ी समस्या बनती जा रही है।
…ट्रैफिक के सुचारू संचालन के लिए प्रदेश में प्रयाप्त मैनपॉवर उपलब्ध है। आवश्यकता पड़ने पर सिविल पुलिस, पीआरडी और होमगार्ड के जवानों को ट्रेनिंग देकर ट्रैफिक प्रबंधन को बेहतर बनाएं।’


CM Yogi ने NHAI की सभी सड़कों पर कैमरे लगाने का दिया निर्देश
CM Yogi ने कहा कि – ‘…अभी उत्तर प्रदेश में NHAI की 93 सड़कें हैं। इनमें से सिर्फ 4 सड़कों पर कैमरे लगें हैं। बाकी सड़कों पर भी कैमरे लगाए जाएं।
…सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह आवश्यक है कि जनपद स्तर पर प्रत्येक माह एवं मंडल स्तर पर त्रैमासिक मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक अनिवार्य रूप से हो।
…प्रदेश के 6 मंडलों अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी, आजमगढ़, सहारनपुर एवं आगरा मंडल में पिछले वर्ष हुई सिर्फ एक ही बैठक हुई है। इसे बढ़ाने की आवश्यकता है। बस्ती, लखनऊ, गोरखपुर और मिर्जापुर में 4 बैठकें हुईं। यह संतोषजनक है।


…वर्ष 2024 में जिला सड़क सुरक्षा समिति की कम बैठक करने वाले जनपदों में बलरामपुर, फिरोजाबाद, गोंडा, चंदौली, व जौनपुर शामिल हैं। इनमें इसी सप्ताह बैठक हो जानी चाहिए।
…साल भर में 10 या उससे अधिक बैठक करने वाले 38 जनपद शासन द्वारा जारी एसओपी के आधार पर ये जनपद भी जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित करें।’
CM Yogi के रविवार के इस बैठक में संबंधित विभागों के मंत्री, शासन स्तर के अधिकारी, सभी मंडलों के मंडलायुक्त, सभी जनपदों के जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर एवं पुलिस अधीक्षक मौजूद रहे।
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