CM Yogi Claims : बांग्लादेश के खतरे को RSS ने 1925 में ही भांपा था

त्रिपुरा के कार्यक्रम में सोमवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ

डिजीटल डेस्क : CM Yogi Claimsबांग्लादेश के खतरे को RSS ने 1925 में ही भांपा था। सोमवार को त्रिपुरा के पश्चिमी हिस्से में एक मंदिर के उद्घाटन समारोह में उत्तर प्रदेश के CM Yogi आदित्यनाथ बांग्लादेश के हालात को लेकर जहां Congress पर जमकर निशाना साधा, वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के दूरदर्शी सोच और कार्यप्रणाली का खुलकर जिक्र किया।

CM Yogi ने कहा कि – ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) ने बांग्लादेश के मौजूदा खतरे को भांपा था साल 1925 में‘।

CM Yogi बोले – क्यों है बांग्लादेश के मौजूदा हालात? चिंतन करें

CM Yogi आदित्यनाथ इस प्रसंग में अपनी बात रखते हुए आगे बोले कि – ‘बांग्लादेश के मौजूदा हालात क्यों हो रहे हैं? इस पर भी चिंतन करने की आवश्यकता है। कौन लोग इस हालात के जिम्मेदार हैं?

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) इस बात को जानता था कि अगर हम इसी तरह Congress के द्वारा चलाई गई दुरभि संधि का शिकार होते रहेंगे तो वे इस देश का विभाजन कराएंगे और हिंदुओं का कत्लेआम कराएंगे।

और फिर वे इस देश की संस्कृति को, परंपरा को और जातीय परंपरा को नष्ट – भ्रष्ट कर देंगे। वह दुस्वपन सच साबित हुआ। Congress ने अपने स्वार्थ के लिए देश का विभाजन स्वीकार किया।

1905 में बंग भंग के समय बंगाल विरोध नहीं करता तो क्या होता? उस समय भी Congress ने वही किया था जो बाद में किया’।

CM Yogi ने त्रिपुरावासियों से कहा – बांग्लादेश के हालात किसी से छुपे नहीं हैं

अपने संबोधन के क्रम में उत्तर प्रदेश के CM Yogi आदित्यनाथ ने त्रिपुरा के लोगों से सीधे मुखातिब होते हुए मौजूदा हालात पर लोगों को झिंझोड़ा और नसीहत भी दी।

CM Yogi ने कहा कि – ‘बगल में (बांग्लादेश में) आपकी हजारों किमी की जुड़ी हुई सीमा के अंदर जो बंधुगण रह रहे हैं उनकी स्थिति किसी से छुपी हुई नहीं है। हम सबको इस बारे में ध्यान रखना होगा कि धर्म एव हतोहंती, धर्मो ऱक्षति रक्षित:।

अगर आप धर्म की रक्षा करेंगे तो धर्म आपकी रक्षा करेगा। लेकिन अगर आप अपने स्वार्थ के लिए उस धर्म का बलिदान कर रहे हैं तो वह धर्म भी आपके साथ उसी प्रकार का व्यवहार करेगा’।

CM Yogi बोले – सुरक्षा के लिए मुरली नहीं, सुदर्शन जरूरी; विधर्मियों को मौका नहीं देना

CM Yogi ने इसी क्रम में आगे कहा कि – ‘प्रधानमंत्री मोदी जी का संकल्प, उनका सामर्थ्य और उनकी विजनरी लीडरशिप हम सबको नई यात्रा के साथ आगे बढ़ा रही है। हम सब ये भी जानते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण की जब स्मृति सामने आती है तो उनके एक हाथ में मुरली तो दूसरे हाथ सुदर्शन भी तो है।

केवल मुरली से काम नहीं चलेगा। बल्कि सुरक्षा के लिए सुदर्शन भी आवश्यक है। सुदर्शन जब आपके सामने होगा तो फिर किसी श्री श्री शांति काली महाराज को बलिदान नहीं देना होगा।

हमारी सनातन मान्यता रही है कि यतो धर्मस्य ततो जय। यही हम सबकी शिक्षा है। हम सब आज एक भारत श्रेष्ठ भारत के रूप में पूरे देश के अंदर उत्तर, दक्षिण, पूरब पश्चिम एक मजबूत भारत के लिए काम कर रहे हैं।

याद रखना कि विधर्मी को जब भी अवसर मिलेगा और जब भी वह ताकतवर होगा तो वह अपनी मंशा के अनुरूप काम करेगा तो कहीं शांति काली महाराज की हत्या करेगा तो कहीं स्वामी लक्ष्मणानंद जैसे संत की हत्या करेगा।

हमें इन लोगों को (विधर्मियों को) फिर से अवसर नहीं देना है। इसके लिए अनुकूल सरकार, अनुकूल परिस्थितियां और अनुकूल सरकार है तो धर्म के प्रचार में लगिए कि सनातन धर्म हर पंथ और उपासना विधि का सम्मान करता है।

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