डिजीटल डेस्क : Congress पर CM Yogi का हमला – देश को समस्या के सिवाय कुछ नहीं दिया। गुरूवार को जम्मू कश्मीर में जारी विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे उत्तर प्रदेश के CM Yogi आदित्याथ ने छंब, रामगढ़ और आरएस पुरा जम्मू दक्षिण विधानसभा क्षेत्रो में जनसभाएं कीं।
तीनों ही सभा में CM Yogi आदित्यनाथ ने प्रतिपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। इसमें कांग्रेस सबसे ज्यादा निशाने पर रही।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि –‘…मोदी जी का संदेशा लेकर आया हूं। यह देश 1947 में आजाद हुआ था। कांग्रेस ने लंबे समय तक देश में शासन किया लेकिन कांग्रेस ने देश को समस्या के सिवाय कुछ नहीं दिया’।
‘कांग्रेस में कभी सुशासन का जज्बा था और ना ही दिखाया’
इसी क्रम में अपनी बात को आगे समझाते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि – ‘…ये समस्या आतंकवाद की है, ये समस्या नक्सलवाद की है, ये समस्या अराजकता की है, ये समस्या बेरोजगारी की है, भ्रष्टाचार की है, विभाजन की है। और इसीलिए एक ओर कांग्रेस यानी समस्या और दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी मतलब समाधान।
1947 में देश आजाद होते ही सबसे पहला कार्य होना चाहिए था कि – अयोध्या के राममंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होता और पाक अधिकृत कश्मीर भारत का हिस्सा होना चाहिए था। उसे पाकिस्तान की मंशा को ध्वस्त करते हुए उसी तरह भारत में होना चाहिए था।
जैसे 563 रियासत भारत के गणराज्य का हिस्सा बना था वैसे ही वह पूरा क्षेत्र (पाक अधिकृत कश्मीर) भारत का हिस्सा होना चाहिए था। लेकिन कांग्रेस ने समस्याओं की ओर कभी ध्यान नहीं दिया। वह तो समस्या पैदा करता रहा। सुशासन के लिए सरकार चलाने का जज्बा होना चाहिए। कांग्रेस में वह जज्बा न कभी था और ना कभी दिखाने का प्रयास किया’।
‘बाबा साहेब अंबेडकर के घोर विरोध के बाद भी धारा 370 कांग्रेस की नापाक देन’
सीएम योगी आदित्यनाथ यहीं नहीं रुके। उन्होंने पूरी बात को अपने अंदाज में लोगों को समझाया।
सीएम योगी ने कहा कि – ‘…और याद करिए जब तक कांग्रेस सत्ता में थी तब तक ऐसे ही अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में भी रोड़े अटकाता रहा, बैरियर बनता रहा। मोदी जी प्रधानमंत्री बने। मोदी जी के आह्वान पर देश में भाजपा की सरकार बनी तो मात्र 2 वर्षों में 500 साल – 5 सदी की समस्या का समाधान हो गया।
आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। जो लोग धमकाते थे कि अयोध्या में राम मंदिर बनेगा तो देश में खून की नदियां बहेंगी। याद करना कि आज अयोध्या में राम मंदिर भी बना और एक मच्छर भी नहीं मरा था। यूपी के माफिया अब जहन्नुम में जा चुके हैं। लेकिन सामान्य नागरिक का कोई बाल बांका नहीं कर सकता।
ये जो धारा 370 थी, किसकी देन है। कांग्रेस की देन है। बाबा साहब अंबेडकर ने विरोध किया था और कहा था कि संविधान मैंने बनाया है, पूरी ताकत लगाई है, जो सर्वश्रेष्ठ था दुनिया में लोकतंत्र के लिए वह संविधान बनाया है, उसके साथ छेड़छाड़ मत करो। लेकिन पंडित नेहरू ने किसी की बात नहीं सुनी।
सन 1952 में जब तत्कालीन सरकार ने बाबा साहब अंबेडकर के विरोध के बाद भी नापाक तरीके से धारा 370 को डालने का काम किया तब से भारतीय जनसंघ और भाजपा इसका विरोध करती रहीं।
जम्मू कश्मीर के लिए भाजपा आज से नहीं लड़ रही। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना बलिदान जम्मू कश्मीर में धारा 370 को हटाने के लिए ही दिया था। डॉ. मुखर्जी ने कहा कि एक देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे तो नहीं चलेंगे’।
‘मोदी जी ने दमदारी दिखाकर धारा 370 खत्म किया, जम्मू कश्मीर की तकदीर संवर गई’
इसी क्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि – ‘…फिर भी जबरदस्ती धारा 370 डालकर कांग्रेस के लोग जनता को बेवकूफ बनाते रहे कि धारा 370 समाप्त हुई तो खून की नदियां बह जाएंगी।
लेकिन हमने देखा है कि धारा 370 और 35-ए खत्म होते ही जम्मू कश्मीर की जनता का आत्मविश्वास बदला है, बढ़ा है। जिसमें दम था, उसने दमदारी दिखाकर धारा 370 को समाप्त कर दिया।
धारा 370 हटने से जम्मू कश्मीर देश के अन्य राज्यों की तरह विकास की मुख्य धारा में जुड़ पाया है। इसकी तकदीर संवर गई है। अब विकास, सुरक्षा और सुशासन के एक नए मॉडल के रूप में जम्मू कश्मीर को आगे बढ़ाना है। उसके लिए भाजपा ही सही है क्योंकि भाजपा सुरक्षा और विकास की गारंटी देती है।
जहां-जहां भाजपा की सरकारें हैं, वहां-वहां विकास का नया मॉडल देखने को मिल रहा है। आज आप यूपी में देखें। एक्सप्रेसवे बन रहे हैं, एयर कनेक्टिविटी बढ़ रही है, वर्ल्ड क्लास यूनिवर्सिटीज का निर्माण हो रहा है, सरकार के स्तर भी नौकरी दी जा रही है और लाखों करोड़ का निवेश करने वालों के मार्फत भी बड़ी संख्या में रोजगार दिए जा रहे हैं।
एक नए भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में यूपी तेजी से आगे बढ़ा है। वे सभी संभावनाएं जम्मू कश्मीर के अंदर भी मौजूद हैं। एक समृद्ध विरासत है जम्मू कश्मीर के पास।
महाराजा रणजीत सिंह ने अपना शासन काबुल तक फैलाया था और उन्होंने उस समय जिस तरह से इस पूरे क्षेत्र को सुरक्षित और संरक्षित किया था, वही कार्य आजाद भारत में महाराजा हरि सिंह ने, पंडित प्रेमनाथ डोगरा ने और ब्रिगेडियर राजेंद्र सिंह ने भी किया था। अब जम्मू कश्मीर धारा 370 के हटने के बाद से उसी राह पर है’।