पणजी : महाराष्ट्र के बाद अब पड़ोसी राज्य गोवा में सियासी संकट की अटकलें देखने को मिली है.
यहां कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है.
सूत्रों ने रविवार को कहा कि गोवा कांग्रेस के सात विधायक विधानसभा सत्र से
एक दिन पहले पार्टी की बैठक में शामिल नहीं हुए.
चर्चा है कि बैठक से नदारद सभी विधायक बीजेपी के संपर्क में है.
फिलहाल नाराज विधायकों को मनाने की पूरी कोशिश जारी है.
कांग्रेस नेता दिनेश गुंडू राव दलबदल को रोकने की कोशिशों में जुटे हैं.
हालांकि विधायकों का लौटना अब मुश्किल बताया जा रहा है.
टूटने के कगार पर गोवा कांग्रेस
गोवा में कांग्रेस के महज 11 विधायक हैं, जिनमें से अब 7 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने की बात सामने आई है. अगर ऐसा होता है तो पार्टी टूट जाएगी और पाला बदलने वाले विधायकों के खिलाफ कोई एक्शन भी नहीं लिया जा सकता है. क्योंकि उनकी संख्या कुल विधायकों की संख्या के मुकाबले काफी ज्यादा है. बता दें कि आठवीं गोवा विधानसभा के 40 सदस्यों को चुनाव के लिए 14 फरवरी, 2022 को राज्य में विधानसभा चुनाव हुए थे. वहीं परिणाम 10 मार्च 2022 को घोषित किए गए थे.
गोवा में दोहराया जाएगा इतिहास?
बताया जा रहा है कि बगावत करने वालों में पूर्व सीएम दिगम्बर कामत भी शामिल हैं, जो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इससे पहले 2019 में भी कांग्रेस को झटका देते हुए कई विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे. जिसके बाद फिर एक बार उस इतिहास को दोहराने की तैयारी चल रही है. कांग्रेस से जो विधायक टूट सकते हैं उनमें दिगंबर कामत, माइकल लोबो, यूरी अलेमाओ संकल्प अमोनकर, डिलाईला लोबो, एलेक्स सिक्केरो, केदार नायक और राजेश फलदेसाई का नाम सामने आया है.
प्रभारी दिनेश गुंडुराव ने बुलाई थी विधायक दल की बैठक
बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता और विधायक दिगंबर कामत ने कहा कि ऐसी बातें काफी समय से चल रही हैं. फिलहाल मैं अपने घर पर हूं. कांग्रेस प्रभारी दिनेश गुंडुराव गोवा में मौजूद हैं और विधायकों से संपर्क कर उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं. इससे पहले सोमवार से शुरू होने वाले गोवा विधानसभा सत्र को लेकर रणनीति बनाने के लिए प्रभारी दिनेश गुंडुराव ने शनिवार को विधायक दल की बैठक बुलाई थी.