रांची: सांसद निशिकांत दुबे ने महिला आरक्षण बिल के बारे में संसद मे अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा कि यह बिल भारतीय जनता पार्टी का है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पेश किया गया है। उन्हों ने आगे कहा कि कांग्रेस के सांसद इस विल के खिलाफ है अगर यह बिल पास होता है तो इस से महिलाएं की भागीदारी बढ़ सकती हैं।
दुबे ने इसके अलावा बताया कि 2011 में महिला आरक्षण बिल को पारित करने के प्रयास के दौरान कांग्रेस के नेताओं ने अपने सहयोगियों को पीटा था, और उस समय दूसरे बिल जैसे प्रमोशन इन रिजर्वेशन बिल को भी पेश किया गया था। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के यशवीर सिंह, जो कांग्रेस के सहयोगी थे, ने इस बिल को रोकने के लिए तब उन्हों ने हंगामा किया था।
निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि महिलाओं के शिक्षा स्तर को बढ़ाने के काम में कांग्रेस ने योगदान नहीं किया है। सर्व शिक्षा अभियान को प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने शुरू किया। उन्होंने महिलाओं के सम्मान के लिए कुछ महत्वपूर्ण पहल के बारे में भी बताया, और प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा किए गए काम की सराहना की।
अखिलेश यादव के बयानों के बाद, निशिकांत दुबे ने संविधान में समानता के मूल तत्व के बारे में बात की और कहा कि वे यह मानते हैं कि समानता के बिना देश नहीं चल सकता है।