पटना : जमीन की जमाबंदी कराने के लिए राजधानी पटना में शिविर लगायी गई है। पहले दिन 2200 से ज्यादा लोगों ने आवेदन दिया। इन आवेदनों के निष्पादन की कार्रवाई शुरू हो गई है। पटना के डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने सभी सीओ को सभी हलकों के सार्वजनिक स्थानों पर प्रत्येक मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को शिविर लगाने का निर्देश दिया है। इसमें वंशावली और बंटवारा के आधार पर नामांतरण, परिमार्जन और सीडिंग कराने के लिए आवेदन लिया जा रहा है। राज्य में जमीन की बिक्री करने के लिए जमाबंदी अनिवार्य कर दी गई है। जिस व्यक्ति के नाम से जमीन होगी, वहीं बचे सकेगा। इस नियम के आने के बाद पूर्वजों के नाम से जमीन वाले परिवारों की समस्या बढ़ गई है। कैंप के अलावा सभी अंचल कार्यालयों में भी अलग से काउंटर खोला गया है। यहां भी आवेदन दे सकेंगे।
आधार और मोबाइल नंबर जोड़ने का फायदा
जमीन विवाद में कमी आएगी। जमाबंदी में छेड़छाड़ होने पर संबंधित व्यक्ति को ऑनलाइन मैसेज जाएगा। आपकी जमाबंदी को कोई और नहीं देखेगा।
इन 5 अंचलों में सबसे ज्यादा मामले पेंडिंग
दाखिल-खारिज के सबसे अधिक पेंडिंग आवेदन दानापुर, दुल्हिन बाजार, संपतचक, बिहटा और बख्तियारपुर में हैं। इसी तरह परिमार्जन के सबसे अधिक आवेदन पटना सदर, बिहटा, पंडारक, पुनपुन और संपतचक अंचल में हैं। इन अंचलों के सीओ को लंबित आवेदनों का तत्काल निष्पादन करने का टास्क दिया गया है।