रांची: साइबर अपराधी रांची को नया अड्डा बना रहे हैं। रांची में रहकर साइबर अपराधी लोगों को ठगी का शिकार तो बना ही रहे हैं। साथ ही वैसे लोगों को भी पैसे का लालच देकर फंसा रहे हैं जो घर बैठे-बैठे पैसे कमाना चाहते हैं।
ऐसा ही एक मामला साइबर सेल रांची ने पकड़ा है। प्रतिबिंब ऐप से साइबर सेल को जानकारी मिली है कि एक सिम जिसका उपयोग साइबर ठगी के लिए किया जा रहा है।
इसके बाद पुलिस ने पता लगाया कि उक्त सिम किसका है। जानकारी मिली कि सिम पुंदाग इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति का है। उसे पकड़ कर जब पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो जानकारी मिली कि उक्त सिम उसने किसी और को दे रखा है। उसने पुलिस को जानकारी दी कि उससे चार-पांच अनजान लोग आकर मिले थे।
उन लोगों ने उससे कहा कि उसे हर महीने 20 हजार रुपए मिलेंगे। इसके लिए उसे कुछ बैंकों में एकाउंट खुलवाने होंगे। उनके कहने पर उसने कई बैंकों में अपने नाम से एकाउंट खुलवाए।
फिर उन खातों के पासबुक और एटीएम उन लोगों ने ले लिए। उसी एकाउंट में ठगी के पैसे का ट्रांजेक्शन चल रहा था। अबतक की प्रारंभिक जांच में 50 लाख रुपए से ऊपर के ट्रांजेक्शन की बात सामने आई है, जिसकी जांच साइबर सेल की टीम कर रही है।
पुलिस को जांच में पता लगा कि साइबर अपराधी सुखदेवनगर इलाके में किराए के मकान में रह रहे हैं। हालांकि पुलिस जब छापेमारी के लिए पहुंची, सभी मकान में ताला बंद कर वहां से फरार हो चुके थे।
पुलिस ने उक्त मकान की तलाशी भी ली, लेकिन पुलिस को वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस को जांच में यह भी जानकारी मिली है कि उक्त सिम जिससे ठगी हो रही है, उस पर दूसरे राज्यों में प्राथमिकी भी दर्ज हो चुकी है। अब पुलिस पता लगा रही है कि साइबर अपराधियों ने रांची में कहां नया ठिकाना बनाया है।