प्रधानमंत्री आवास योजना में चल रहा धांधली का खेल, मंत्री तथा उपायुक्त से जांच की मांग

कोलेबिरा: केंद्र सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना जिसके तहत 2024 तक सभी गरीब किसानों और आम लोगों को पक्का मकान देना है जिससे कि कोई भी गरीब बेघर ना हो उसके पास खुद का अपना पक्का मकान हो।

प्रधानमंत्री आवास प्रखंड क्षेत्र के कई गांव में बनकर तैयार हो चुकी है,साथ ही विधवा महिलाओं को सरकार अंबेडकर आवास भी दे रही है ताकि उन्हें भी किसी तरह की समस्या से ना जूझना पड़े।

लेकिन कहीं ना कहीं आज बिचौलियों के कारण कहीं यह आवास अधूरा पड़ा है, तो कहीं यह आवास अल्बेस्टर ढक कर बना दिया जा रहा है और सबसे बड़ी बात कहीं-कहीं पर तो लाभुक को जानकारी तक नहीं हो रही है।

विधायक प्रतिनिधि के संग बीस सूत्री अध्यक्ष ने किया निरीक्षण

ऐसे ही मामला कोलेबिरा प्रखंड के रैंसिया पंचायत के बॉन्ग्राम करम टोली में देखने को मिला। इसकी जानकारी प्राप्त होते ही विधायक प्रतिनिधि के संग बीस सूत्री अध्यक्ष लूथर सुरीन ने मामले का जांच किया। जांच में अंबेडकर आवास योजना के तहत बने निर्मला टेटे के आवास की जांच की। जिसमें अनियमितता पाई गई।

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इसके पूर्व प्रतिनिधियों द्वारा लाभुक से बात की गई थी जिसमें लाभूक के द्वारा कहा गया कि आवास मेरे द्वारा नहीं बनाया गया है। मेरा बैंक पासबुक भी बिचौलियों द्वारा रखा गया था। आवास का कितना पैसा खाते में आया और कितना निकल गया मुझे पता तक नहीं है।

आवास योजना की राशि भी निकाल ली गई 

जबकि आवास का पैसा 1लाख 30 हजार 12 सितम्बर 2023 को विभाग द्वारा सैंक्शन होता है। निकासी भी 40 हजार तथा 85 हजार निकासी की गई है लेकिन लाभुक को पता ही नहीं है साथ ही आवास का निरीक्षण किया गया जिसमें आवास का आकार प्रधानमंत्री आवास योजना के गाइडलाइन के अनुसार नहीं बनाया गया है।

घर में लिलटन भी नहीं है तथा छत ढलाई नहीं किया गया है 7 फीट पर एस्बेस्टस का छत लगाया गया है दरवाजा खिड़की भी नहीं लगाया गया है। फर्शों की भी ढलाई नहीं की गयी है तथा पूरा पैसा निकाल दिया गया है।

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