रांची: डीआईजी ने दिया है ड्रग्स माफिया पर लगाम का आदेश पर थानेदार लापरवाह
सुखदेवनगर व लोअर बाजार थाना क्षेत्र में सर्वाधिक नशे का धंधा, चपेट में युवा राजधनी के युवा तेजी से नशे के आदी बनते जा रहें हैं।
ड्रग्स माफिया गांजा के साथ अफीम ब्राउन शुगर युवाओं तक आसानाी से पहुंच रहें है।
कई लॉज-हॉटल तक तक इसकी सप्लाई की जा रही है।
सबसे खतरनाक स्थिति शहर के तीन थाना क्षेत्र लोअर बाजार, सुखदेवनगर और नामकुम की है, जहां नशे के कारोबारी निशाने पर रखे हुए हैं।
इन थाना क्षेत्रों में जहां ज्यादा ग्राहक मिल रहें हैं,वहीं यहां के कुछ युवाओं को पैडलर बनाकर अन्य थाना क्षेत्राें में सप्लाई भी कराई जा रही है। पुलिस विभाग में दर्ज आंकड़ों बताते हैं कि शहर में एनडीपीएस एक्ट के सर्वाधिक केस सुखदेवनगर व लोअर बाजार थाने में दर्ज हुए हैं।
पांच सालों में इन दोनों थानों में 71 प्राथमिकियां दर्ज हुई हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में सबसे अधिक 24 केस नामकुम थाने में दर्ज हुए हैं।
इधर, युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए गंभीरता से पहल नहीं कर रही है। आरोपियों को गिरफ्तारी के बाद सिर्फ जेल भेजना ही उसकी ड्यूटी रह गई है। थानेदारों की लापरवाही की हद यह है कि डीआईजी अनूप बिरथरे के आदेश का भी पालन नहीं कर रहे हैं।
डीआईजी ने भी अपनी रिपोर्ट में यह कहा है कि पुलिस इस पर रोक लगाने के लिए गंभीर नहीं है।
बता दें कि 2 महीने पहले ही डीआईजी ने सभी एसएसपी व एसपी को आदेश दिया था कि पकड़े गए आरोपी से गहन पूछताछ कर इस बात की जानकारी जुटाने का प्रयास करेंगे कि उन तक मादक पदार्थ किसने पहुंचाई और कहां से लाया गया है।
सिंडिकेट में शामिल सभी आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाकर गिरफ्तार करेंगे। हालांकि इस आदेश के बावजूद पुलिस आनन- फानन में आरोपी को पकड़कर गहनता से पूछताछ व जांच किए बगैर जेल भेज दे रही है।