पटना: मंगलवार को लोजपा(रा) के कार्यालय में मकर संक्रांति को लेकर आयोजित दही चुरा के भोज में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंच गए थे और वे चिराग पासवान से मुलाकात किये बगैर ही लौट भी गए थे। मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के बीच मुलाकात नहीं होने के बाद तरह तरह की बातें होने लगी और सियासी गलियारों में लोग अलग अलग तरह के कयास लगाने लगे।
Highlights
मामले में बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि इस बात को बेवजह ही मुद्दा बनाया जा रहा है। देर रात अचानक कहीं और जाने का प्लान बन गया था इसलिए वे चिराग पासवान के भोज में जल्दी पहुंच गए। वहां से मुख्यमंत्री फिर 10 बजे निकल गए। वहीं मकर संक्रांति के बाद बिहार में सियासी बदलाव को लेकर अशोक चौधरी ने कहा कि हम एनडीए में सभी मजबूती से एकजुट हैं।
वहीं इस मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शेड्यूल व्यस्त रहता है। वे अपने शेड्यूल के अनुसार जल्दी पहुंचे इसमें बड़ी बात क्या है। दिलीप जायसवाल ने लालू यादव के द्वारा दही चुरा का भोज आयोजित किये जाने के सवाल पर कहा कि यह तो सबका हक़ है, किसी को मना तो कर नहीं सकते। उन्होंने भी किया है लेकिन हमलोग को न्योता नहीं दिए।
हमलोग सब खबर भेजते हैं लेकिन उन्होंने हमें नहीं बुलाया। इस मामले में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडेय ने कहा कि पहले जो बातें हो गई उसे भूल जाइये। मुख्यमंत्री अब बदलने वाले नहीं हैं। मुख्यमंत्री जी ने इस बात को स्पष्ट भी किया है फिर क्यों इस तरह का कयास लगा रहे हैं।
https://www.youtube.com/@22scopestate/videos
यह भी पढ़ें- 243 Seat पर है LJPR की तैयारी, विपक्ष का दही मकर संक्रांति पर हो जायेगा खट्टा
पटना से विवेक रंजन की रिपोर्ट
Lalu Lalu Lalu Lalu