रांची: इंदौर में विद्वानों और पंडितों की एक महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इस वर्ष दीपावली 1 नवंबर को मनाई जाएगी। यह निर्णय कई धार्मिक ग्रंथों और पंचांगों के अध्ययन के आधार पर लिया गया। विद्वानों ने स्पष्ट किया कि जब अमावस्या तिथि दोनों दिनों में सायंकाल होती है, तो शास्त्रानुसार दूसरे दिन, अर्थात 1 नवंबर को दीपावली मनाना उचित है।
इस बैठक में मप्र ज्योतिष एवं विद्वत परिषद के अध्यक्ष आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा और संस्कृत कॉलेज के विभागाध्यक्ष डॉ. विनायक पांडेय समेत अन्य प्रमुख वैदिक विद्वानों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि दीपावली का पर्व इस बार 6 दिनों तक चलेगा, जिसमें 29 अक्टूबर को धनतेरस से शुरुआत होगी और 3 नवंबर को भाई दूज के साथ समाप्त होगा।
पर्वों की तिथियाँ इस प्रकार हैं:
- 29 अक्टूबर: धनतेरस
- 31 अक्टूबर: रूप चतुर्दशी
- 01 नवंबर: दीपावली
- 02 नवंबर: गोवर्धन पूजन
- 03 नवंबर: भाई दूज
इस विषय पर काशी के विद्वान भी इस सप्ताह बैठक करने वाले हैं, जिससे इस मुद्दे पर और भी स्पष्टता आएगी।