डिजिटल डेस्क : Donald Trump को आज रात 8 बजे सुनाई जाएगी सजा, नहीं जाएंगे जेल। वैश्विक स्तर पर एक बड़ी खबर है कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्ररति Donald Trump को अपने पद और नए कार्यकाल की शपथ लेने से पहले आज यानी शुक्रवार भारतीय समयानुसार रात 8 बजे एक अमेरिकी अदालत सजा सुनाएगी।
सजा में क्या सुनाया जाएगा, यह तो तय नहीं है लेकिन इतना तय है कि Donald Trump को जेल नहीं भेजा जाएगा। वजह यह कि न्यूयॉर्क कोर्ट ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि Donald Trump को जेल नहीं भेजा जाएगा।
सजा सुनाए जाने के बाद Donald Trump के पास ये होंगे विकल्प…
बताया जा रहा है कि सजा सुनाए जाने के बाद अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्ररति Donald Trump के पास अपील का विकल्प रहेगा. वह इस फैसले को चुनौती देकर शपथ ग्रहण से पहले बेदाग़ होने की कोशिश करेंगे। ट्रंप इसे राजनीतिक हथियार के तौर पर अपने पक्ष में इस्तेमाल करने की हर मुमकिन प्रयास भी करेंगे।
बता दें कि Donald Trump के खिलाफ यह मामला उस समय का है जब 2016 में Donald Trump राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे। उन पर आरोप है कि उन्होंने एक पॉर्न स्टार को चुनाव से पहले चुप रहने के लिए हश मनी दी थी।
इस मामले में उन्हें कोर्ट ने पहले ही दोषी ठहराया है। हालांकि न्यूयॉर्क कोर्ट ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि Donald Trump को जेल नहीं भेजा जाएगा, लेकिन सजा क्या होगी, यह किसी को नहीं पता है।
20 जनवरी को दूसरी बार राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं Donald Trump…
यह फैसला ट्रंप के लिए बेहद अहम है क्योंकि दस दिन बाद यानी बीस जनवरी को Donald Trump राष्ट्रपति पद की दूसरी बार शपथ लेने वाले हैं। यदि सजा से उनकी छवि और कानूनी स्थिति प्रभावित होती है, तो Donald Trump के लिए राष्ट्रपति बनने का रास्ता मुश्किल हो सकता है।
कुल मिलाकर अमेरिकी इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि निर्वाचित राष्ट्रपति सजायाफ्ता होंगे। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कोर्ट द्वारा दी गयी सजा से क्या उनके शपथ-ग्रहण पर भी कोई असर पड़ेगा। जानकारों का मानना है कि यह सजा उनकी छवि खराब करने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है।
चर्चा है कि है कि बाइडेन प्रशासन Donald Trump को अपमानित करने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहता…
इस बीच पूरे परिदृश्य को लेकर अमेरिकी राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि है कि बाइडेन प्रशासन Donald Trump को अपमानित करने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहता। राष्ट्रपति Donald Trump जज पर भी राजनीतिक एजेंडे के तहत काम करने का आरोप लगा चुके हैं। अमेरिकी राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राष्ट्रपति बाइडेन जाते-जाते भी Donald Trump के खिलाफ आख़िरी कोशिशों में जुटे हैं।
अगर सज़ा के नाम पर कुछ ऐसा हुआ तो Donald Trump समर्थकों और विरोधियों के बीच तनाव और बढ़ सकता है। बता दें कि Donald Trump ने इस सजा को रूकवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट के नौ में से पांच जजों ने यह फैसला सुनाया कि न्यूयॉर्क कोर्ट Donald Trump को सजा सुना सकती है।
Donald Trump के समर्थन में फैसला देने वाले जजों में जस्टिस सैमुअल एलीटो भी शामिल हैं, जिनका नाम विवादों में है।सुप्रीम कोर्ट के जज सैमुअल एलीटो और Donald Trump के बीच सुनवाई से पहले बातचीत होने की खबर से नया विवाद खड़ा हो गया है।
जस्टिस एलीटो ने माना है कि उन्होंने Donald Trump से फोन पर बात की थी।जस्टिस एलीटो ने बयान जारी कर कहा है कि उन्होंने अपने एक पुराने स्टाफ की नौकरी की पैरवी के लिए Donald Trump को फोन किया था। इस विवाद के बावजूद, जस्टिस एलीटो ने Donald Trump के पक्ष में फैसला दिया।