बोकारो : बोकारो की अदालतों पर अनावश्यक बोझ बने ऐसे दस हजार मामलों को लोक अदालत में भेजकर न्याय प्रशासन ने उन्हें निपटाने की आज कोशिश की. सुलह के आधार पर लंबे समय से न्यायालयों में लंबित ऐसे मामलों में दोनों पक्षों को नोटिस जारी कर लोक अदालत में सुलह की प्रक्रिया के लिए बुलाया गया और कई मामलों को कोर्ट ने सलटाकर अनावश्यक बोझ को कम किया.
बोकारो जिला के न्याय सदन में लोक अदालत के लिए नौ बेंच तथा तेनुघाट में चार बेंच बनाए गए और कई मामलों की सुनवाई. वहीं कोर्ट पर लंबे समय से बोझ रहकर दूसरे संगीन मामलों की सुनवाई में प्रतिकूल प्रभाव डाल रहे मामलों को हमेशा के लिए खत्म कर दिया गया. बोकारो जिले मेें लोक अदालतों में सुलह के आधार पर सोलह हजार मामले चिन्हित किए गए हैं. इनमें से दस हजार मामलों में नोटिस जारी कर उन्हें लोकअदालत में बुलाया गया है.
बोकारो के न्याय सदन में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के मकसद को साफ करते हुए बोकारो के प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश प्रदीप श्रीवास्तव व जिले के एसपी चंदन झा ने लोक अदालतों की भूमिका को अहम बताया और कहा किं आज के समय में इनकी भूमिका की वजह ये ही विभिन्न कोर्ट से हजारों मामलों का बोझ कम हुआ और कोर्ट को लंबे ट्रायल वाले मामलों की गुणवत्तापूर्ण सुनवाई करने के लिए पूरा समय मिल सकेगा. पुलिस अधीक्षक ने माना कि पुलिस में ऐसे 75 फीसदी मामले आते हैं जो कुछ समय बाद समझौता कर हमेशा के लिए विवाद खत्म कर देने के पक्ष में होते हैं जिला विधिक सेवा की सचिव लुसी टिग्गा के ंसंचालन में कार्यक्रम देर समय तक चला और लोकअदालत में न्याय की अंति सुनवाई के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी रही.
रिपोर्ट : चुमन कुमार
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