रांची : कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने 7वीं जेपीएससी पीटी परीक्षा परिणाम रद्द करने की मांग की है. उन्होंने पीटी परीक्षा परिणाम रद्द करने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है.
डॉ. अजय कुमार ने कहा कि इस मामले को लेकर छात्रों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. ऐसे में एक कमिटी बनाकर पूरे मामले की जांच करवायी जाय. उन्होंने पत्र में लिखा है कि झारखंड राज्य बने 20 वर्ष हो चुके हैं. इन 20 सालों के दौरान आयोग सिविल सेवा की केवल छह परीक्षाएं ले पाया है. ऐसी स्थिति में भी यदि ऐसे परिणाम निष्पक्ष नहीं आते हैं, तो यह हमारे सिविल सेवा अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होगा. इसलिए एक जांच समिति का गठन होना चाहिए, जो हमारे छात्रों के आरोपी के पीछे के वास्तविक मुद्दों की जांच करे और सच्चाई का पता लगाए.
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश ने कहा कि कुछ दिन पहले बड़ी संख्या में अभ्यर्थी रांची के सर्कुलर रोड स्थित जेपीएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे, लेकिन वहां पहले से मौजूद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ कर भगा दिया. प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का आरोप है कि युवा लगातार ठगे जा रहे हैं, पैसे के बल पर नौकरी बांटी जा रही है. अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा परिणाम में तीन दर्जन से भी ज्यादा अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिनके रोल नंबर लगातार समान सिरीज में हैं. यह कैसे संभव है कि इतने सारे मेधावी, एक साथ, एक ही कमरे में परीक्षा दे रहे थे. अभ्यर्थियों ने रिजल्ट जारी होने के पंद्रह दिन बाद भी कट ऑफ जारी नहीं करने पर भी सवाल उठाया है. ऐसे में सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले छात्रों का मनोबल टूट जाएगा.
रिपोर्ट : मदन सिंह
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