Bokaro: जिले में चिकित्सा लापरवाही का एक और गंभीर मामला सामने आया है। खमारबेंदी गांव निवासी मटूक राजवार के साथ हुई लापरवाही ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ही बीमारी के तीन बार ऑपरेशन के बावजूद मरीज की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। अब डॉक्टरों ने उन्हें चौथी बार ऑपरेशन के लिए भिल्लोर रेफर कर दिया है, लेकिन मरीज आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। अब परिजनों ने बोकारो उपायुक्त से गुहार लगाई है।
Bokaro: क्या है मामला?
परिजनों के अनुसार, मटूक राजवार को कुछ हफ्तों पहले पेट दर्द की शिकायत के बाद बोकारो सेक्टर 4 स्थित बृन्दावन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। डॉ. जी. एन. साहू ने जांच के बाद बताया कि पित्ताशय में पथरी है और दूरबीन विधि से ऑपरेशन किया जाएगा। मरीज को 15 दिन पहले भर्ती किया गया और ऑपरेशन किया गया।
हालांकि, पहली सर्जरी के दौरान ही आंत कट गई, जिसके कारण दूसरा बड़ा ऑपरेशन करना पड़ा। इसके बाद पेट में वाल जूस (तरल पदार्थ) भर गया और पीला द्रव्य बाहर निकलने लगा। तीसरा ऑपरेशन भी किया गया लेकिन वह भी सफल नहीं हो पाया। अब डॉक्टरों ने मरीज को भिल्लोर मेडिकल सेंटर रेफर कर दिया है, जहां इलाज का खर्च काफी ज्यादा बताया जा रहा है।
Bokaro: डीसी से लगाई गुहार
मरीज की खराब होती हालत और आर्थिक तंगी को देखते हुए परिजनों ने बोकारो उपायुक्त (DC) के जनता दरबार में यह मामला उठाया। डीसी ने सिविल सर्जन को मामले की तत्काल जांच करने और मरीज के समुचित इलाज का निर्देश दिया है।
चुमन कुमार की रिपोर्ट
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