राचीं:भारत में मणिपुर में हिंसा के चलते विभिन्न दलों ने राजभवन के समीप महाधरना दिया। इस धरने में भाजपा के साथ-साथ इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के घटक दल भी शामिल हुए। इस धरने के जरिए वे राजभवन में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे हैं। इस मामले में झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को एक ज्ञापन भी सौंपा गया है।
मणिपुर में चल रही हिंसा और महिलाओं के साथ बलात्कार की घटना के खिलाफ इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग को लेकर राजभवन के पास महाधरना का आयोजन किया। इस धरने में कांग्रेस, जेएमएम, आरजेडी के साथ-साथ घटक दलों की अन्य पार्टियां भी शामिल हुईं।
मणिपुर के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने इस मामले में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मणिपुर की घटना ने देश को शर्मसार किया है। वे इस बात पर जोर देने के लिए कांग्रेस के बैनर तले राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग के साथ राजभवन के पास धरने पर बैठे हैं। उन्होंने राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपने की योजना बनाई है।
इस धरने के दौरान कांग्रेस नेता बंधु तिर्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही सरकार को लोकतंत्र का मजाक उड़ाते हुए कहा कि इस महाधरना के जरिए वे लोग अपनी चट्टानी एकता को दिखा रहे हैं और राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग को पूरे राज्य तक पहुंचाएंगे।
यहां तक कि प्रधानमंत्री ने इस मामले में चुप्पी साधी है और न तो सदन में चर्चा करते हैं और न ही राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करते हैं। इस प्रकार, धरने के माध्यम से इन दलों ने मणिपुर में लोकतंत्र का मजाक उड़ा रही सरकार के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद की है और लोगों को केंद्र की नीतियों की जानकारी देने का प्रयास किया है।