रांची: ईडी की रेड में मिले 35.23 करोड़ कैश में से बिल्ड मुन्न सिंह के 2.93 करोड़ रूपए भी शामिल है। एक दिन पहले ईडी ने ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल उनके घरेलू नौकर जहांगीर आलम, बिल्डर मुन्ना सिंह और दो इंजीनियर कुलदीप मिंज व विकास कुमार के नौ ठिकानों पर छापेमारी की।
इस दौरान कुल 35.23 करोड़ रुपए कैश जब्त किए गए। ईडी के अधिकारियों ने जब जहांगीर के हरमू रोड स्थित सईद रेसिडेंसी के ब्लॉक बी स्थित फ्लैट नंबर 1ए की तलाशी ली तो भौंचक रह गए।
वहां दो कमरों में अलमीरा और दीवान में झोले में भर-भरकर 500-500 रुपए के नोटों के बंडल रखे हुए थे। इसे इकट्ठा किया तो वहां नोटों का पहाड़ बन गया।
पीएनबी से नोट गिनने की तीन मशीन मंगाई गई, जिससे दोपहर तीन बजे तक गिनती हुई। इसके बाद दो और मशीन मंगाई गई। देर रात तक गिनती चली।
यहां कुल 31.20 करोड़ रुपए मिले। फ्लैट से जमीन और ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़े कागजात भी मिले हैं। उधर, जांच एजेंसी ने पीपी कंपाउंड स्थित बिल्डर मुन्ना के आवास से भी 2.93 करोड़ रुपए जब्त किए। जबकि शेष राशि अन्य लोगों के यहां मिली।
ईडी की यह कार्रवाई ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के मामले से जुड़ा है। वीरेंद्र राम को टेंडर घोटाले में पिछले साल 23 फरवरी को ईडी ने गिरफ्तार किया था।
वह अभी जेल में है। जांच एजेंसी ने खुलासा किया था कि वीरेंद्र ने टेंडर कमीशन के माध्यम से करीब 125 करोड़ की संपत्ति अर्जित की है।
बाद में उसके पांच सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया था और उसकी संपत्ति जब्त कर ली गई थी। गौरतलब है कि जांच एजेंसी ने छह मई 2022 को रांची में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल, उनके सीए और करीबियों के यहां छापेमारी की थी।
सीए के घर से 19.31 करोड़ कैश मिले थे। इसके ठीक दो साल बाद छह मई को ही अब छापेमारी की गई है, जिसमें बड़ी राशि मिली है।