Rohtas- चंदन शहीद पहाड़ी पर स्थित सम्राट अशोक का शिलालेख को
अतिक्रमण मुक्त करवाने की मांग को लेकर बिहार विधान परिषद के नेता
प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने जिला मुख्यालय पर धरना दिया है.
सम्राट अशोक का शिलालेख पर विवाद
इस अवसर पर महागठबंधन की सरकार को निशाने पर लेते हुए
सम्राट चौधरी ने कहा है कि तुष्टिकरण की राजनीति कर इतिहास मिटाने की कोशिश की जा रही है.
भाजपा भारत के इतिहास और संस्कृति की बात करती है.
भारतमाता की जयकारे से हम अपने काम की शुरुआत और वंदे मातरम् से समापन करते हैं.
पलटू राम है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पलटु कुमार बतलाते हुए सम्राट चौधरी ने कहा
कि भूल जायें की वह मुख्यमंत्री हैं, सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार क्या चीज हैं,
हमने तो लालू यादव से माफी मंगवाई है.
जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार को ज्ञापन देने के बाद सम्राट चौधरी ने कहा
कि वह कोई धरना प्रदर्शन के कार्यक्रम में नहीं आये हैं. मैं सिर्फ इसका समाधान चाहता हूं.
छठ बाद आन्दोलन की चेतावनी
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी ने 48 घंटे के भीतर शिलालेख के बारे में सच्चाई से अवगत करवाने का आश्वासन दिया है. यदि जिलाधिकारी के द्वारा इस शिलालेख को अतिक्रमण मुक्त नहीं करवाया जाता है
तो छठ पर्व के बाद वह खुद चन्दन शहीद पहाड़ी जाएंगे.
लेकिन इस सम्राट चौधरी के इस कार्यक्रम से स्थानीय सांसद पूर्व विधायक की दूरी से कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं.
स्थानीय सांसद और पूर्व विधायक को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है.
वैसे इस अवसर पर भाजपा एमएलसी संतोष सिंह , भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील कुमार, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ सचिन संतोष पटेल, उमेश पांडेय अशोक गुप्ता की उपस्थिति रही.
अतिक्रमण की भेंट चढ़ा सम्राट अशोक का शिलालेख
Highlights