डिजिटल डेस्क : टीम इंडिया में सब ठीक तो है ! BCCI की कड़ाई से खिलाड़ियों में नाराजगी की बात आई सामने। चैंपियंस ट्राफी के लिए मुंबई में शनिवार को BCCI की ओर से टीएम इंडिया का ऐलान किए जाने के दौरान मीडिया के सामने ही मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर और कप्तान रोहित शर्मा के बीच हुए बातचीत से साफ हो गया कि टीम इंडिया में सबकुछ ठीक नहीं है।
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परदे के पीछे टीम इंडिया के खिलाड़ियों में BCCI की ओर से की गई कड़ाई को लेकर नाराजगी के पुट हैं। असल में, शनिवार को टीएम इंडिया के ऐलान के लिए जब अजीत आगरकर और रोहित शर्मा मीडिया के सामने आपस में बातचीत करते हुए पहुंचे तो उन्हें नहीं पता था कि माइक ऑन है और उनके बीच जारी वार्ता मीडिया के बीच सीधे पहुंच चुकी है। फिर वहीं से टीम इंडिया के सदस्य खिलाड़ियों पर BCCI द्वारा लागू की गई कड़ाई की चर्चा चल निकली है।
टीम इंडिया के ऐलान के दौरान ऐसे सामने आई पूरी बात…
BCCI की ओर से मुंबई के वानखेड़े में शनिवार को टीम इंडिया के ऐलान से पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के बीच लंबी चर्चा हुई जिस कारण प्रेस कॉन्फ्रेंस में देरी भी हुई। पत्रकार काफी देर से अगरकर और रोहित का प्रेस कॉन्फ्रेंस में आने का इंतजार कर रहे थे। रोहित जब मीडिया को संबोधित करने के लिए कुर्सी पर बैठे तो वह अगरकर के साथ कुछ बात कर रहे थे।
रोहित को नहीं पता था कि माइक की आवाज ऑन है। रोहित इस दौरान अगरकर से बीसीसीआई के उस फैसले के बारे में बात करते दिखे जिसमें बोर्ड ने विदेशी दौरे पर खिलाड़ियों के परिवार की भागीदारी सीमित कर दी है। रोहित अगरकर से बोलते सुनाई दिखे, ‘परिवार का नियम चर्चा करने के लिए अब मेरे को सचिव के साथ वापस बैठना पड़ेगा। सभी खिलाड़ी मेरे को फोन कर रहे हैं।’
दिलचस्प बात है कि रोहित इतना कहकर रुक गए और पत्रकारों से बात करने लगे। इस पर कोई प्रतिक्रिया आती उससे पहले ही अगरकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत कर दी लेकिन तब तक टीम इंडिया के अंदर की बात मीडिया वालों के कानों तक पहुंच चुकी थी। रोहित की बातों से यह स्पष्ट हो गया है कि ड्रेसिंग रूम में सब सही नहीं चल रहा है।

टीम इंडिया के लिए BCCI की ओर से उठाए सख्त कदमों को जानिए…
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में मिली करारी हार के बाद बीसीसीआई ने कड़े फैसले लिए हैं। इसमें 45 दिन से अधिक के विदेशी दौरे पर खिलाड़ियों को परिवार को दो सप्ताह तक ही अपने साथ रखने की अनुमति दी गई है। आमतौर पर खिलाड़ी पत्नी या परिवार के अन्य सदस्यों को दौरों पर साथ रखते हैं लेकिन बीसीसीआई ने इस पर सख्त रवैया अपनाया है।
BCCI ने इसके अलावा सभी खिलाड़ियों के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य कर दिया गया था और विदेशी दौरे पर निजी स्टाफ पर रोक लगा दी थी। इसके अलावा खिलाड़ी सीरीज के दौरान व्यक्तिगत विज्ञापन की शूटिंग भी नहीं कर पाएंगे। 1
0 सूत्रीय नीति का पालन करना अनिवार्य होगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो बीसीसीआई कार्रवाई करेगा। अब से खिलाड़ियों को दौरे में अलग से यात्रा की अनुमति नहीं होगी तथा मैच के जल्दी समाप्त होने पर उन्हें जल्दी नहीं जाने दिया जाएगा।

टीम इंडिया में स्टार कल्चर मिटाने में जुटी है BCCI …
बताया जा रहा है कि BCCI ने टीम इंडिया में अनुशासन लाने एवं जमीन रहने का बोध कराने के लिए कुछ सख्त फैसले लिए हैं। BCCI ने यह कदम मुख्य कोच गौतम गंभीर के कहने पर किया है। कोच ने स्टार कल्चर को खत्म करने की मांग की है। गंभीर ने टीम के हालिया खराब प्रदर्शन की समीक्षा बैठक में इन प्रतिबंधों की मांग की थी।
इसी क्रम में यह भी बताया जा रहा है कि BCCI ने यह नीति राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में अनुशासन और एकजुटता को बढ़ावा देने के लिए लागू की गई है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज हार और न्यूजीलैंड के खिलाफ घर पर सूपड़ा साफ होने के बाद टीम में गुट बनने और खिलाड़ियों के एकसाथ न बैठने की खबरें सामने आ रही थीं। ऐसे में BCCI ने इस नीति को लागू करना आवश्यक समझा ताकि खिलाड़ियों के प्रदर्शन और प्रतिबद्धता को बेहतर किया जा सके।