रांची: साइबर ठगों ने ठगी के नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को फंसाने का सिलसिला तेज कर दिया है। कृषि ऋण, पीएम किसान निधि, और अन्य सरकारी योजनाओं के नाम पर लोगों को ठगने के मामले सामने आ रहे हैं। मौसमी व्यवसायों और योजनाओं को ध्यान में रखते हुए ठग किसानों, व्यवसायियों और युवाओं को अपना निशाना बना रहे हैं।
किसानों को बनाया जा रहा निशाना
धान कटाई के मौसम में साइबर ठग पीएम किसान निधि, धान क्रय केंद्र और पीएम विश्वकर्मा योजना के नाम पर किसानों को ठग रहे हैं। हुरहुरु निवासी एक व्यवसायी को क्रशर लगाने के नाम पर 21,000 रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने व्यवसायी से ऑनलाइन फॉर्म भरवाकर पेमेंट लिंक भेजा, जिसके जरिए पैसे खाते से उड़ा लिए गए।
संस्थागत प्रसव के नाम पर ठगी
ठग अब संस्थागत प्रसव के बाद सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के नाम पर भी ठगी कर रहे हैं। नवंबर और दिसंबर के बीच ऐसे आठ मामले दर्ज किए गए हैं। ठग आंगनबाड़ी केंद्र और सीडीपीओ कार्यालय का नाम लेकर लाभार्थियों को फंसा रहे हैं।
युवाओं को ऑनलाइन डेटिंग साइट पर फंसाया
मुफ्फसिल थाना क्षेत्र की एक युवती से शादी डॉट कॉम पर ठगी का मामला सामने आया है। युवती ने कैलिफोर्निया निवासी एक युवक से दोस्ती की, जिसने भारतीय होने का दावा किया। उसने भारत आने और टिकट बुक करने के नाम पर ओटीपी साझा करवाई और युवती के खाते से 27,500 रुपये उड़ा लिए।
सरकारी योजनाओं के नाम पर धोखाधड़ी
साइबर ठग पीएम सुखाड़ योजना और अन्य सरकारी योजनाओं के नाम पर भी ठगी कर रहे हैं। इन मामलों में पढ़े-लिखे लोग अधिक शिकार हो रहे हैं, जो अधिक लाभ पाने के लालच में अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं। अकेले नवंबर माह में साइबर थाना में 100 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
सावधानी बरतने की अपील
साइबर थाना हजारीबाग ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अज्ञात लिंक या ओटीपी साझा न करें और संदिग्ध कॉल्स पर भरोसा न करें। सरकारी योजनाओं से संबंधित जानकारी के लिए संबंधित कार्यालय से ही संपर्क करें।