Ranchi : सेवन स्टार्स एकेडमी (Seven Star Academy) हेहल रांची में निदेशक बिंदेश्वर उरांव एवं पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर के द्वारा झंडोत्तोलन का कार्यक्रम किया गया। मौके पर बच्चों के द्वारा परेड और देशभक्ति कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। बच्चों ने बीते महीनो में आयोजित अलग-अलग प्रतियोगिता में जो प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान लाए थे ,उन्हें सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया ।विद्यालय के छात्रों ने एक से एक बढ़कर गीत संगीत ,नाटक आदि भी प्रस्तुत कर उपस्थित अभिभावकगण और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
झंडोतोलन के तत्पश्चात मार्च पास्ट भी किया गया। मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के निदेशक श्री बिंदेश्वर उरांव ने कहा कि देश, समाज तेजी से आगे बढ़ रहा है और हमारे देश का विकसित भारत का सपना साकार होता हुआ दिख रहा है। पिछले कई दशकों में हम लोगों ने मीडिया क्रांति ,मोबाइल क्रांति के साथ-साथ, ड्रोन का आविष्कार 5G 6G इंटरनेट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर अर्थात फ्लैट अपार्टमेंट पर भी भरपूर विकास का काम हो रहा है। देश में बड़े-बड़े हाईवेज ,रेलवे और हवाई मार्ग के क्षेत्र में भी अपार विकास हो रहा है। कई तरह के बड़े-बड़े कल कारखाने भी यहां लग रहे हैं। सेमीकंडक्टर का हजारों कारखाना लगा करके दुनिया के सामने भारत एक सबसे शक्तिशाली देश बनने की और प्रगतिशील है।
Seven Star Academy : आज भारत की जीडीपी दुनिया में सबसे आगे है
आज भारत की जीडीपी दुनिया में सबसे आगे है। शिक्षा जगत के क्षेत्र में भी काफी प्रगति हुई है ,नए-नए इंजीनियरिंग कॉलेज ,मेडिकल कॉलेज एवं अन्य टेक्निकल कॉलेज की स्थापना के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी एकलव्य विद्यालय, मॉडल स्कूल ,पीएम श्री स्कूल के साथ-साथ आवासीय विद्यालय सेंट्रल स्कूल की स्थापना बहुत जोर शोर से चल रही है और रोजगार के भी भारी अवसर बढ़ते हुए दिख रहे हैं ।आज हर घर बिजली ,हर घर शौचालय, हर गरीब का पक्का घर हर घर नल जल , हर गांव सड़क से जुड़ रहे हैं। यह पिछले कुछ दशकों में आमूल चूल परिवर्तन हो रहे हैं। आज भारत के पास वह अपॉर्चुनिटी है कि यहां के छात्र देश दुनिया के किसी भी बड़े यूनिवर्सिटीज में पढ़ सकते हैं और अपने भविष्य को संवार सकते हैं। आज अगर दुनिया का कोई भी बड़ा देश का डॉक्टर इंजीनियर ,बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी के या बड़े-बड़े रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर्स के जो भी बड़े पदाधिकारी होते हैं।
वह एक भारतीय बैकग्राउंड से होते हैं। अर्थात भारत के लोग दुनिया को आगे बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। जिसके पीछे यहां का जो शिक्षा व्यवस्था है ।वह दुनिया के सबसे अच्छे शिक्षा व्यवस्था में माना गया है। आज विद्यालय में भी कई तरह के तकनीक का उपयोग करते हुए शिक्षक के अपनी पढ़ाई को उच्च स्तर का बना रहे हैं। झारखंड में भी कई विद्यालय सीबीएसई बोर्ड से संबंंधता प्राप्त करके एक अच्छी तालीम दे रहे हैं ।आज हर घर मोबाइल साइकिल की जगह मोटरसाइकिल कच्चे घर की जगह पक्का घर सभी महिलाएं आज स्वयं को सुरक्षित पाती है। कानून व्यवस्था में भी काफी सुधार हुआ है ।आज चाहे वह राज्य सरकार का हो चाहे वह केंद्र सरकार का हो चाहे वह बैंकिंग सेक्टर का हो चाहे इंश्योरेंस सेक्टर का काम हो सभी ऑफिशियल काम ऑनलाइन हो रहे हैं।
आज डिजिटल इंडिया के क्षेत्र में भी भारत काफी आगे बढ़ा है ।अभी हर बैंकिंग का काम या हर ऑफिशियल काम हम अपने मोबाइल के माध्यम से ही पैसों का लेनदेन ऑफिशियल फॉर्म भरना और कई तरह के पत्राचार मेल आदि हम घर बैठे अपने हाथों से कर पा रहे हैं। अगर हम पिछले तीन-चार दशक पहले की बात करें तो ना तो उस समय मोबाइल इतना विकसित हो पाया था ना ही मीडिया का इतना जमाना था ना ही इतनी गाड़ियां थी न हीं ड्रोन न हीं टेलीविजन के सैकड़ो चैनल हुआ करते थे ।लोग साइकिल की सवारी ज्यादा किया करते थे और इतनी टेक्नोलॉजी स्कूल या यूनिवर्सिटीज या टेक्निकल कॉलेज में भी नहीं थी।
लेकिन आज बहुत बड़ा परिवर्तन हमारे देश में हुआ है जो पिछले 10 वर्षों में जो परिवर्तन या पिछले दो दशकों में जो परिवर्तन हुआ है पिछले आजादी के बाद से 60 वर्षों में भी वह परिवर्तन नहीं हो पाया था। इसको हम सभी आमजन को समझाना पड़ेगा। गंगोत्री कुजूर ने भी अपने संबोधन में अपनी बात कहते हुए कहा कि हम एक धर्मनिरपेक्ष देश में रहते हैं ।यहां सैकड़ो धर्म के लोग रहते हैं और यहां सभी लोग एक दूसरे के धर्म का दिल से सम्मान करते हैं और पूरे देश के लोग एक जूटता के साथ रहते हैं। और दुनिया के लिए एक मिसाल बंन करके रहते हैं।
आज हमारे भारतवर्ष की जनसंख्या दुनिया में नंबर वन है 145 करोड़ की यह जनसंख्या वाला यह विशाल देश जिसमें लगभग युवा शक्ति 60% के आसपास है और पूरे दुनिया का सबसे बड़ा युवा ताकत हमारे भारतवर्ष के पास है। कार्यक्रम में मंच का संचालन विद्यालय के बच्चों के द्वारा किया गया। सैकड़ों अभिभावकों ने भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया। उक्त कार्यक्रम में सिमा तिग्गा, प्रफुल्ल कुमार बिड,रीतू प्रिया, सुरेश सिंह,सुशील कुमार सिंह, अमर अमीप, नरेश मुड़ा, नामलेंन पूर्ति, कनकलता कच्छप, मीरा बाई देवी आदि मुख्य रूप से मौजूद थी।
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