Dumka– आश्वासनों की बूटी – बढ़ती महंगाई और कम होता पगार ने सहायक पुलिस जवान विवेक कुमार की जान ले ली.
जवान विवेक कुमार इस आर्थिक तंगी को झेल नहीं पाया और उसने आत्महत्या कर अपनी
जीवन लीला समाप्त करना ही बेहतर सोचा.
बताया जा रहा है कि झारखंड के सभी सहायक पुलिस जवान मात्र दस हजार
में अगस्त 2017 से अपनी ड्युटी कर रहे हैं.
इस दस हजार के अतिरिक्त उन्हे प्रकार के भत्ते का भी भुगतान नहीं होता.
जबकि उन्हे महीने का तीसों दिन चौबिस घंटों की ड्युटी करनी पड़ती है.
हर बार इनके मानदेय में वृद्धि करने और अन्य सुविधाओं का बढ़ाने की बात कही जाती है.
लेकिन आज तक इन जवानों को आश्वासनों की बुटी के सिवा कुछ नहीं मिला.
आखिरकार जवान ने अपनी जीवन लीला को समाप्त करना ही बेहतर समझा.
देखना होगा क्या अब भी पुलिस सहायक जवानों का मामला अब भी सुलझता है या नहीं
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