सुभाष मुंडा की हत्या मामले में चार गिरफ्तार

रांची: पुलिस ने सुभाष मुंडा की हत्या के मामले की गुत्थी सुलझा ली है। हत्या की साजिश रचने और अंजाम देने वाले कुल 4 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सुभाष मुंडा की हत्या जमीन विवाद में की गई है।

नगड़ी इलाके के ही रहने वाले एक जमीन कारोबारी ने साजिश रच कर किराये के हत्यारों से सुभाष मुंडा की हत्या करवा दी। करोड़ों रुपये की जमीन की डील को लेकर जमीन कारोबारी का सुभाष मुंडा से विवाद था। इसी वजह से सुभाष की हत्या की गई।

रांची पुलिस ने नगड़ी थाना क्षेत्र के दलादली चौक के पास सात दिन पहले माकपा नेता सुभाष मुंडा की हुई हत्या के मामले की गुत्थी सुलझा ली है। इस वारदात को अपराधियों ने दो करोड़ के बेशकीमती जमीन के विवाद में ही अंजाम दिया है। इसकी पूरी प्लानिंग नगड़ी के ही एक जमीन कारोबारी ने की थी। रांची पुलिस की टीम की जांच में इसका खुलासा हुआ है।

पुलिस की टीम ने शूटर समेत चार को गिरफ्तार कर लिया है, इसमें से तीन अपराधियों को पुलिस ने इटकी से पकड़ा है, जबकि एक को रांची के बाहर से दबोचा है। अपराधियों के पास से पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार और बाइक भी बरामद कर ली है।

पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार किया है, साथ ही अपराधियों ने पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारी भी दी है। इधर, इस घटना में साजिशकर्ता के अलावा अन्य लोगों की भी संग्लिप्तता सामने आई है।

नगड़ी इलाके में दो एकड़ जमीन है, जिसकी कीमत दो करोड़ रुपए से ज्यादा है। उस पर जमीन कारोबारी और सुभाष मुंडा के नेता दोनों ही अपनी दावेदारी कर रहे थे। इसको लेकर घटना से दो माह पूर्व दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ था। दोनों के बीच बकझक और धक्का मुक्की भी हुई थी।

इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी भी दी थी। हालांकि सुभाष मुंडा के नेता ने इस मामले की जानकारी पुलिस को नहीं दी थी।

नगड़ी थाना क्षेत्र के दलादली चौक स्थित पार्टी कार्यालय में 26 जुलाई की शाम घुसकर माकपा नेता सुभाष मुंडा की हत्या कर दी गई थी। इस वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए थे।

घटना की जानकारी मिलने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर उत्पात मचाया था। दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़ की थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने नगड़ी थानेदार को निलंबित कर दिया था। मामले में अज्ञात खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

 

 

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