Desk: इंदौर निवासी कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या मामले में बड़ा खुलासा सामने आया है। इस केस में राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम समेत चार लोगों को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया गया है। तीन आरोपी मध्यप्रदेश के हैं, जबकि एक आरोपी यूपी का रहने वाला है, जो अब भी फरार बताया जा रहा है। वहीं, सोनम के परिवार का दावा है कि उनकी बेटी बेगुनाह है और उसे झूठे केस में फंसाया जा रहा है।
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मिली जानकारी के अनुसार, सोनम किसी ढाबे पर अचेत अवस्था में मिली थी, जहां से उसने मोबाइल लेकर अपने भाई को फोन किया। इसके बाद स्थानीय पुलिस उसे लेकर थाने गई। पुलिस के अनुसार, सोनम के मेडिकल जांच में किसी तरह की चोट के निशान नहीं मिले हैं।
राजा रघुवंशी की हत्या की एफआईआर मेघालय के शिलांग में दर्ज हुई थी। इंदौर और शिलांग पुलिस की संयुक्त टीम गाजीपुर पहुंच चुकी है। पुलिस ने आशंका जताई है कि हत्या की साजिश सोनम और उसके प्रेम संबंधों के चलते रची गई थी। मेघालय पुलिस के अनुसार, हत्या सुपारी देकर करवाई गई थी।
हालांकि, सोनम के पिता ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए मेघालय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, “मेरी बेटी खुद ढाबे तक पहुंची, मोबाइल लेकर भाई को फोन किया और फिर पुलिस मौके पर पहुंची। यह गिरफ्तारी नहीं, बल्कि आत्मसमर्पण जैसी स्थिति थी।”
उन्होंने मेघालय सरकार और पुलिस पर झूठी कहानी गढ़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि, “पुलिस अपनी लापरवाही छिपाने के लिए मनगढ़ंत बयान दे रही है। पूरे थाने की भूमिका संदिग्ध है और हम चाहते हैं कि इस मामले की सीबीआई जांच हो।”
राजा रघुवंशी मर्डर केस :
रघुवंशी समाज से जुड़े लोग भी अब इस मामले में सक्रिय हो गए हैं। सोनम के परिजन और समाज के वरिष्ठ जन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की योजना बना रहे हैं ताकि केस की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित हो सके।
राजा रघुवंशी हत्याकांड एक गंभीर और उलझा हुआ मामला बनता जा रहा है। जहां एक ओर पुलिस हत्या के पीछे साजिश की कहानी बता रही है, वहीं मृतक की पत्नी के परिजन इसे एक साजिश करार दे रहे हैं। अब देखना यह होगा कि जांच किस दिशा में आगे बढ़ती है और क्या वाकई में यह मामला सीबीआई तक पहुंचेगा?