रांची: सदर अस्पताल से चार दिन की नवजात बच्ची चोरी होने के 48 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। हालांकि, जांच में कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिनके आधार पर पुलिस की टीमें बच्ची को बरामद करने की दिशा में काम कर रही हैं। बच्ची की बरामदगी के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है, जिसमें कुल सात पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया है।
इस मामले में पुलिस बच्ची की मौसी से लगातार पूछताछ कर रही है। पुलिस को संदेह है कि बच्ची की चोरी में मौसी की संलिप्तता हो सकती है। लोअर बाजार थाना प्रभारी दयानंद कुमार ने बताया कि तकनीकी शाखा के अलावा कुछ टीमें आसपास के जिलों में भी बच्ची की तलाश में जुटी हुई हैं। मंगलवार को पिठोरिया निवासी उमेश बेदिया ने लोअर बाजार थाने में बच्ची की चोरी की प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस महिला की तलाश में जुट गई है।
बच्ची को बरामद करने के लिए पुलिस उपाधीक्षक (नगर) वेंकटेशन रमन के नेतृत्व में एसआईटी बनाई गई है। इसमें लोअर बाजार थाना प्रभारी दयानंद कुमार, सुधीर बाड़ा, दिवाकर कुमार, अनुज कुमार यादव (कोतवाली थाना), कैलाश कुमार मंडल (डेली मार्केट थाना), धूमा किस्कू (लालपुर थाना) और सहायक अवर निरीक्षक शाह फैसल (तकनीकी शाखा) शामिल हैं।
पुलिस ने अस्पताल परिसर की गहन जांच की है और आसपास के दुकानदारों एवं वाहन चालकों से पूछताछ की है। इसके अलावा, एक टीम दोबारा सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि कोई ठोस सुराग मिल सके। पुलिस मौसी के बयान के आधार पर संभावित ठिकानों पर छापेमारी भी कर रही है।