रांची: सावन के अंतिम दिन रांची में मानसून ने पूरी तरह से मेहरबानी की और शहर में जोरदार बारिश हुई। देर शाम से शुरू हुई बारिश रातभर जारी रही, जिससे पूरा शहर जलमग्न हो गया।
बारिश इतनी तेज थी कि शहर के प्रमुख मार्गों की स्थिति गंभीर हो गई, जिससे वाहन सवारों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। रातू रोड, सर्कुलर रोड, बरियातू रोड, कांटाटोली रोड और मेकॉन से कडरू रोड तक सड़कों पर गहरे गड्ढे पानी से भरे हुए थे, जिससे कई दोपहिया वाहन सवार गिरने से बचे।
मौसम विज्ञान केंद्र रांची के अनुसार, झारखंड में अगले तीन से चार दिनों तक अच्छी बारिश होने की संभावना है। बांग्लादेश के पास बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर का असर राज्य में देखा जाएगा।
इस लो-प्रेशर के कारण साइक्लोनिक सर्कुलेशन अगले 24 घंटों में पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में प्रभावी होगा। इसके चलते 20 अगस्त को राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम और उत्तरी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
21 अगस्त को भी भारी बारिश की संभावना को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, विशेष रूप से पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा क्षेत्रों में। 22 और 23 अगस्त को रांची और पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। लगातार हो रही बारिश के चलते राजधानी के डैम भी लबालब हो गए हैं।
सोमवार शाम को गेतलसूद डैम ओवरफ्लो हो गया और इसका जलस्तर 34.80 फीट तक पहुंच गया। इसके मद्देनजर, डैम के दो रेडियल गेट खोल दिए गए हैं। गेट नंबर 4 और 5 को तीन-तीन इंच खोला गया है, और यहां से निकला पानी हुंडरू फॉल के रास्ते स्वर्णरेखा नदी में जाएगा। इसके अलावा, डैम के पास स्थित नहर भी खोल दी गई है।
इस भारी जलवृष्टि के कारण सिकिदिरी हाइडल पावर प्लांट से दोनों पावर प्लांटों ने फुल लोड बिजली उत्पादन शुरू कर दिया है, प्रत्येक से 65 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है।