पटना : अपहरण मामले में बिहार के पूर्व मंत्री कार्तिकेय सिंह के खिलाफ आज सुनवाई होगी.
दानापुर कोर्ट के एडीजे-3 के सामने पेश होना है.
सुनवाई के एक दिन पहले ही कार्तिकेय सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
वहीं दानापुर कोर्ट में उनकी अग्रिम जमानत की अर्जी पर सुनवाई करते हुए 1 सितंबर तक राहत दी थी.
दरअसल, वर्ष 2014 के जिस अपहरण कांड में पूर्व कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह को
कोर्ट की नजर में फरारी बताया जा रहा है उसमें उन्हें अदालत ने ही राहत दी थी.
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, तृतीय व्यवहार न्यायालय, दानापुर ने इस मामले में राहत दी थी.
अदालत की ओर से मिली मियाद की अवधि खत्म हो रही है.
इसलिए उन्होंने अदालत की सुनवाई के पहले 31 अगस्त की शाम ही अपना इस्तीफा दे दिया.
कार्तिकेय सिंह को नहीं मिली थी जमानत
बिल्डर राजू के अपहरण से जुड़े इस मामले में कार्तिकेय सिंह के अलावा
मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह सहित उनके कई सहयोगियों को आरोपी बनाया गया है.
इसी मामले में कार्तिकेय सिंह को जमानत नहीं मिली थी.
अब दानापुर की अदालत गुरुवार को क्या फैसला देती यह उनके राजनीतिक भविष्य के लिए बेहद अहम होगा.
दरअसल, राजू भी फर्जीवाड़े के मामले में इस समय पटना के बेउर जेल में है.
उस पर कई लोगों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है.
पूर्व विधायक अनंत सिंह के करीबी हैं कार्तिकेय
इसी साल पटना क्षेत्र से एमएलसी का चुनाव जीतने वाले कार्तिकेय सिंह उर्फ़ मास्टर को मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह का नजदीकी माना जाता है. पहली बार एमएलसी का चुनाव जीतने के बाद भी उनके मंत्री बन जाने को राजनीतिक गलियारों में बड़े आश्चर्य के रूप में देखा गया. अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत एक शिक्षक के रूप में करने वाले कार्तिकेय सिंह के कानून मंत्री बनने पर बड़ा विवाद खड़ा हुआ. बाद में बुधवार को उन्हें विधि विभाग के बदले गन्ना विभाग सौंपा गया. हालांकि उन्होंने शाम में अपना मंत्री पद छोड़ दिया. अब गुरुवार को इस मामले में अहम फैसला आएगा.
Highlights