रांची: राष्ट्रीय स्तर पर एनसीपी में बगावत का असर झारखंड पर भी पड़ा है। एनसीपी के हुसैनाबाद से विधायक कमलेश कुमार सिंह शरद ने पवार का दामन छोड़कर उनके भतीजे अजीत पवार के धड़े में शामिल हो गए हैं।
इसके कारण उनके विरुद्ध झारखंड विधानसभा में संविधान की दसवीं अनुसूची के तहत दल-बदल की शिकायत की गई है। गुरुवार को स्पीकर न्यायाधिकरण में इस पर सुनवाई आरंभ होगी।
इससे पूर्व विधानसभा सचिवालय ने कमलेश कुमार सिंह के खिलाफ मिली शिकायत के आधार पर उनसे पक्ष मांगा था, जिसमें उन्होंने स्थिति स्पष्ट कर दिया था।
न्यायाधिकरण की तरफ से विधायक कमलेश कुमार सिंह को निर्देशित किया गया है कि वह पहली सुनवाई में खुद या अपने वकील के माध्यम से उपस्थित होकर जवाब दें।
स्पीकर संविधान की 10वीं अनुसूची के आधार पर दल-बदल के इस मामले की सुनवाई करेंगे। एनसीपी में बड़े पैमाने पर टूट के बाद शरद पवार गुट के विधायक जितेंद्र अवहद ने कमलेश कुमार सिंह के खिलाफ दल-बदल का मामला चलाने का आवेदन झारखंड विधानसभा सचिवालय को दिया था।
स्पीकर को भेजे पत्र में विधायक ने कहा था कि कमलेश कुमार सिंह पार्टी लाइन से अलग हटकर काम कर रहे हैं। शरद पवार गुट जहां भाजपा विरोधी गठबंधन के साथ हैं, वहीं उनके भतीजे अजीत पवार एनडीए का साथ दे रहे हैं। एनसीपी के चुनाव चिह्न घड़ी पर दोनों ही गुट का दावा है।
कमलेश कुमार सिंह के खिलाफ शिकायत के बाद अजीत पवार गुट की तरफ से झारखंड विधानसभा को पत्र भेज कर कहा गया था कि झारखंड में उनके विधायक के खिलाफ दल-बदल का मामला नहीं चल सकता है। यह मामला चुनाव फिलहाल चुनाव आयोग के पास है। ऐसे में इनके खिलाफ कोई मामला ही नहीं बनता है।