बंगाल पंचायत चुनाव में एक बार फिर भारी हिंसा,मौत का आंकड़ा वर्ष 2018 से अधिक

रांची: बंगाल पंचायत चुनाव में एक बार फिर भारी हिंसा हुई है इन हिंसक घटनाओं में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए. हालांकि गैर-सरकारी सूत्रों ने दावा किया है कि मरने वालों की संख्या ज़्यादा भी हो सकती है.

शनिवार को हुई हिंसा ने वर्ष 2018 के पंचायत चुनाव में हुई 10 मौतों के आंकड़े को भी पीछे छोड़ दिया है.

भारी हिंसा के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर सीधा आरोप लगाया है. वहीं तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी, कांग्रेस और सीपीएम पर राज्य की सत्ताधारी पार्टी को बदनाम करने का आरोप लगाया है. बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल के ग्राम पंचायत चुनाव में हिंसा का तांडव हो रहा है.

उन्होंने कहा ममता जी आप इस हिंसा के तांडव को कब रोकेंगी. भाजपा इस हिंसा की निंदा करती हैं. ममता जी आप बैलेट बॉक्स ले आईं. उन बैलेट बॉक्स को छीना, तालाब में फेंका, किसी में स्याही डाली जा रही है. ममता जी आपकी सरकार के लोकतांत्रिक प्रतिबद्धता की परीक्षा हो रही है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजमूदार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर राज्य में लोकतंत्र बहाल करने की मांग की है. वहीं राज्य के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कोलकाता में कहा, ‘‘आज लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो गया है. हमारी मांग है कि जहां भी सीसीटीवी नहीं है और जहां भी चुनाव में धांधली हुई, वहां फिर से मतदान कराया जाए.

बंगाल में इतना गोला बारूद आया, अधिकतर मृत्यु गोली से हुई हैं. यह सब कौन भेजा, इसकी फंडिंग किसने की, यह देश विरोधी ताकतें हैं इसलिए इसकी जांच एनआईए द्वारा की जानी चाहिए.

 

 

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